बिहार में लॉकडाउन 'तोड़वा' रहा सत्तू और खैनी, मजबूरन पुलिस कर रही ऑन द स्पॉट चालान

कोरोना का प्रसार रोकने को प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉकडाउन के नियम कानून को ताक पर रखकर बेवजह घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 06:10 AM (IST)
बिहार में लॉकडाउन 'तोड़वा' रहा सत्तू और खैनी, मजबूरन पुलिस कर रही ऑन द स्पॉट चालान
बिहार में सत्तू और खैनी की वजह से पुलिस परेशान हो रही। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, डुमरांव (बक्सर): कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को चपेट में ले रखा है। इस वायरस से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। फिलहाल, इसको लेकर पूरे प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया है ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉकडाउन के नियम कानून को ताक पर रखकर बेवजह घूमने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि, पुलिस चौक चौराहा पर काफी सख्ती दिखाते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है। अब लोग खैनी और सत्तू के नाम पर घर से निकल रहे हैं। बक्सर ही नहीं इस तरह के मामले पटना, जहानाबाद, नालंदा, आरा आदि शहरों से आ रहे हैं। 

साहब खैनी के बिना नहीं रह पाएंगे

मंगलवार को कोरानसराय बाजार में थानाध्यक्ष राजन मालवीय के नेतृत्व में सघन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान कई लोग बेवजह ही सड़कों पर घूमते पाए गए। पुलिस प्रशासन के द्वारा लगातार माइकिंग कर लोगों को चेतावनी दी जा रही थी। बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लोगों से पुलिस जब सवाल कर रही हैं, तो अनेकों तरह की बहानेबाजी सामने आ रही है। कोई सतुआ खरीदने के लिए बाहर निकलने की बात कर रहा है तो किसी ने सब्जी खरीदने की बात कह कर पुलिस को भटकाने की कोशिश की। एक व्यक्ति चेहरे पर आधा मास्क लगाकर साइकिल से जा रहा था। पुलिस का डंडा देखते ही साइकिल सवार व्यक्ति ने कहा हुजूर खैनी खत्म हो गई है और इसके बिना हम रह नहीं सकते हैं। फिलहाल बाजार में कहीं खैनी ढूंढ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि सत्तू और खैनी के नाम पर बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। 

ठोस बजह नहीं तो चालान

इस दौरान बाइक चालकों से लेकर ऑटो तथा कार सवार किसी को भी पुलिस ने नहीं बख्शा और जिनके बाहर निकलने की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई उन्हें पुलिस के कोप का शिकार बनना पड़ा। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों की बाइक जब्त कर मौके पर ही उनका चालान भी काटा। हालांकि, पुलिस और अधिकारियों की यह सख्ती सिर्फ उन्हीं लोगों के खिलाफ थी जो सड़क पर निकलने की कोई ठोस वजह नहीं बता सके।

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