पटना विश्वविद्यालय को 180 गेस्ट लेक्चरर की जरूरत, 50 हजार महीने सैलरी के लिए करें आवेदन
Sarkari Naukari News अगले सप्ताह से पीयू में अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इसमें चयनित अभ्यर्थियों को प्रति कक्षा डेढ़ हजार रुपये व 50 हजार रुपये अधिकतम मासिक मानदेय मिलेगा। कुल 180 अतिथि व्याख्याता नियुक्त किए जाएंगे।
नलिनी रंजन, पटना : पटना विश्वविद्यालय (पीयू) में नए सत्र में 180 अतिथि व्याख्याता (गेस्ट लेक्चरर) नियुक्त होंगे। इसके लिए अगले सप्ताह से पीयू में अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इसमें चयनित अभ्यर्थियों को प्रति कक्षा डेढ़ हजार रुपये व 50 हजार रुपये अधिकतम मासिक मानदेय मिलेगा। पटना विवि में नियमित प्राध्यापक के खाली पदों पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के मानक के अनुरूप सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति की जाएगी। पटना विवि में वर्तमान में भी लगभग 100 से अधिक अतिथि प्राध्यापक नियुक्त हैं। अब शेष खाली पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है। इसमें इतिहास में लगभग 16, ङ्क्षहदी में 13, राजनीतिशास्त्र में 11, अंग्रेजी में तीन, भूगोल में 17, रसायनशास्त्र में 12, जंतुविज्ञान में सात, गणित में चार सहित लगभग 22 विभागों में 180 पदों पर नियुक्ति की जाएगी।
वहीं कई विषय ऐसे भी हैं जिनमें सीट के अनुरूप पहले से प्राध्यापकों की नियुक्त रहने की स्थिति में अब उन विषयों में अतिथि प्राध्यापक नहीं नियुक्त किए जाएंगे। कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने बताया कि अतिथि सहायक प्राध्यापक की नियुक्ति के लिए कवायद की जा रही है। इसके लिए अगले सप्ताह से आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।
पाटलिपुत्र में चल रही स्क्रूटनी, पद से तीन गुना बुलाए जाएंगे अभ्यर्थी
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए स्क्रूटनी की जा रही है। इसमें पद के तीन गुना अधिक अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी। पाटलिपुत्र विवि में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग की नियमावली के अनुरूप करने की कवायद की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि सितंबर के मध्य या अंत से साक्षात्कार भी आरंभ कर दिए जाएंगे। पाटलिपुत्र विवि में वर्ष 2018 से ही अतिथि प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया की जा रही है। आरक्षण रोस्टर में गड़बड़ी को देखते हुए वर्ष 2020 में सीनेट ने पूर्व के साक्षात्कार हुए पैनल को रद कर दिया था। इसके बाद नए सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है।