बिहार में दो हजार से ज्यादा सामान्य डाक्टरों को मिली नौकरी, इस गलती पर जा सकती है जाब

अनुमंडल अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2022 डाक्टरों की नियुक्ति की है। यह सभी सामान्य चिकित्सक हैं। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई डाक्टरों की यह पहली स्थायी नियुक्ति है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 03 Sep 2021 09:30 PM (IST) Updated:Fri, 03 Sep 2021 09:30 PM (IST)
बिहार में दो हजार से ज्यादा सामान्य डाक्टरों को मिली नौकरी, इस गलती पर जा सकती है जाब
तकनीकी आयोग की अनुशंसा पर बिहार में दो हजार से अधिक डाक्टरों की नियुक्ति की गई है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : स्वास्थ्य विभाग ने तकनीकी आयोग की अनुशंसा पर अनुमंडल अस्पताल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 2022 डाक्टरों की नियुक्ति की है। यह सभी सामान्य चिकित्सक हैं। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई डाक्टरों की यह पहली स्थायी नियुक्ति है। स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना के अनुसार सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी मूल कोटि के पद पर अगले आदेश तक स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थापित रहेंगे। विभाग के अनुसार कोरोना संक्रमण की वजह से यह नियुक्ति सिर्फ आयोग की अनुशंसा पर की गई है। नव नियुक्त डाक्टरों का अब तक पुलिस सत्यापन भी नहीं किया गया है। विभाग ने साफ कर दिया है कि यदि सत्यापन के क्रम में किसी भी डाक्टर के बारे में किसी प्रकार की प्रतिकूल रिपोर्ट प्राप्त होती है तो संबंधित डाक्टर की बगैर किसी पूर्व सूचना के सेवा समाप्त कर दी जाएगी। 

स्वास्थ्य विभाग ने इन डाक्टरों की नियुक्ति में शैक्षणिक व अन्य प्रमाण पत्रों को भी प्रथम दृष्टया सही माना है। आदेश के मुताबिक सेवा में योगदान की तिथि के दो सालों के बाद सभी डाक्टरों की सेवा संपुष्ट  की जाएगी। इस अवधि में आकस्मिक अवकाश को छोड़कर डाक्टरों को अन्य अवकाश स्वीकृत नहीं होगा। डाक्टरों से कहा गया है कि वे 10 दिनों के अंदर योगदान करना सुनिश्चित करें। जिन डाक्टरों के कागजात जमा नहीं हो पाए हैं विभाग ने उन्हें इसके लिए महीने भर की मोहलत दी है। 

सी दिन अपनी पढ़ाई के लिए विरमित हो जाएंगे

यदि कोई डाक्टर उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं या किसी मेडिकल कालेज में टेन्योर के पद पर तैनात हैं वे योगदान देकर उसी दिन अपनी पढ़ाई के लिए विरमित हो जाएंगे। जानकारी के अनुसार विभाग ने 56 अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं की है। बिहार तकनीकी सेवा आयोग की ओर से इन अभ्यर्थियों की अनुशंसा स्थगित रखी गई है। जिन अभ्यर्थियों की नियुक्ति स्थगित रखी गई है उनमें सामान्य कोटि के दो, ओबीसी के तीन, ईडब्लूएस के 14, पिछड़ा वर्ग के 13 पिछड़े वर्ग की महिला श्रेणी की पांच अभ्यर्थियों की अनुशंसा स्थगित रखी गई है।

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