बिहारः पैसा ले दिला दी सरकारी नौकरी, हाजिरी देख बांट दी मिठाई; अब कह रहा-ये क्या किया

छपरा में नौकरी के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। इसबार बेवकूफ बनाकर कोर्ट में बकायदा फर्जी हाजिरी लगवाई जाने लगी। दरअसल छपरा जिले के कोपा थाना क्षेत्र के पियनो के टोला गांव में नौकरी के नाम पर लाखाें रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 04:13 PM (IST)
बिहारः पैसा ले दिला दी सरकारी नौकरी, हाजिरी देख बांट दी मिठाई; अब कह रहा-ये क्या किया
बिहार के छपरा में नौकरी के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जासं, छपरा: बिहार के छपरा में नौकरी के नाम पर ठगने का मामला सामने आया है। इसबार बेवकूफ बनाकर कोर्ट में बकायदा फर्जी हाजिरी लगवाई जाने लगी। खुशी के मारे युवक ने मिठाई तक बांट दी, पर जब दो महीने बाद तनख्वाह लेने गया तो पता चला, ठग गए। दरअसल, छपरा जिले के कोपा थाना क्षेत्र के पियनो के टोला गांव में नौकरी के नाम पर लाखाें रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामलें में पीड़ित व्यक्ति के द्वारा पुलिस कप्तान से शिकायत भी की गई है। हालांकि इस दौरान करीब आधा दर्जन लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी किए जाने का मामला सामने आया है, जिसमें दो लोगों के द्वारा फिलहाल शिकायत की गई है। जिसमें ठगी के शिकार अन्य लोगों के नाम का भी जिक्र किया गया है। एसपी को सौंपी गई शिकायत में कोपा थाना क्षेत्र के पियनो के टोला निवासी दूघनाथ यादव के द्वारा बताया गया है कि रिविलगंज थाना क्षेत्र के खरवार गांव निवासी स्व विरेंद्र सिंह के पुत्र प्रमोद कुमार सिंह उर्फ मंटू सिंह के द्वारा उनके पुत्र का नौकरी लगवाने के नाम पर 8.5 लाख रुपये लिये गये थे। जिसके बाद उसकी हाजिरी भी बनाई जाने लगी लेकिन मामला फर्जी निकलने के बाद जब रुपये की मांग की गई तो उनके द्वारा दिया गया साढ़े आठ लाख का चेक बाउंस हो गया। जिसके बाद एसपी से गुहार लगाई गई है।

इन लोगों से की गई है धोखाधड़ी

इस धोखाधड़ी के मामले में उत्तर प्रदेश के बलिया जिला के बैरिया थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर निवासी सुरेेंद्रनाथ सिंह से डेढ़ लाख रुपये, कोपा थाना क्षेत्र के चतरा गांव निवासी राजीव कुमार सिंह से डेढ़ लाख रुपये, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दहियांवा टोला निवासी अभिषेक कुमार सिंह से छह लाख रुपये, भगवान बाजार थाना क्षेत्र के औली गांव निवासी रमेश कुमार सिंह से 11 लाख रुपये, दाउदपुरा थाना क्षेत्र के बरवां गांव निवासी मौसम कुमार सिंह से दो लाख रुपये तथा दाउदपुर थाना क्षेत्र के बरवां गांव निवासी अनिल कुमार सिंह से एक लाख रुपये नौकरी के नाम पर लिए जाने का मामला सामने आया है, जबकि ऐसे अनेक मामले अभी तक सामने नहीं आ चुके हैं।

पटना कोर्ट में फर्जी तरीके से बनाई जाने लगी हाजिरी

नौकरी के नाम पर इस धोखाधड़ी के मामले में कोपा थाना क्षेत्र के पियनो के टोला निवासी दूधनाथ यादव के पुत्र दु्र्गेश को पटना कोर्ट में नौकरी दिला दी गई और उसकी हाजिरी भी फर्जी तरीके से बनाई जाने लगी। दो महीने बीत गए लेकिन उसको वेतन नहीं मिला तो उसने पूछताछ किया तो पता चला कि वह फर्जीवाड़े का शिकार हो चुका है। जिसके बाद जब दलाल से साढ़े आठ लाख रुपये की मांग की गई तो उसके द्वारा दिया गया चेक बाउंस हो गया और बात पुलिस तक पहुंच गई।

जहानाबाद एफसीआई में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर पहुंचा एक युवक

नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी के शिकार दूसरा युवक भोजपुर जिले के बड़हड़ा थाना क्षेत्र के पनढरिया गांव निवासी कामेश्वर सिंह का पुत्र पवन कुमार सिह बताया गया है। उसके रिश्तेदार बलिया जिला के बैरिया थाना क्षेत्र के काशी राय के टोला निवासी सुरेंद्रनाथ सिंह के द्वारा उस दलाल के माध्यम से उसकी नौकरी लगावायी गई थी। इस मामले में उसे नियुक्ति पत्र भी दिया गया, जिसके बाद वह युवक अपना नियुक्ति पत्र लेकर जहानाबाद एफसीआइ पहुंच गया। जहां एफसीआइ के जोनल मैनेजर ने बताया कि वह नियुक्ति पत्र फर्जी है। जिसके बाद पता चला कि वह ठगी का शिकार हो गया है।

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