राष्‍ट्रपति के दौरे से पहले पटना साहिब के गुरुद्वारे में हंगामा, आपस में भिड़े प्रबंधक समिति के सदस्‍य

तख्त श्री हरिमंदिर के दरबार साहिब में मंच पर धक्का-मुक्की गुरुद्वारा संविधान के विरूद्ध मुख्य ग्रंथी अधीक्षक समेत अन्य के सेवानिवृत करने की घोषणा पर हुआ विवाद प्रबंधक समिति के अध्यक्ष व सदस्य में हुई झड़प अबतक नहीं दर्ज हुई प्राथमि‍की

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 11:36 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 11:36 AM (IST)
राष्‍ट्रपति के दौरे से पहले पटना साहिब के गुरुद्वारे में हंगामा, आपस में भिड़े प्रबंधक समिति के सदस्‍य
पटना साहिब गुरुद्वारा में शुक्रवार की रात हंगामा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना सिटी, जागरण संवाददाता। विश्व में सिखों के दूसरे बड़े तख्त श्री हरिमंदिरजी पटना साहिब में शुक्रवार की रात गुरुद्वारा संविधान के विरुद्ध मुख्य ग्रंथी, अधीक्षक समेत अन्य के सेवानिवृत करने की घोषणा पर धक्का-मुक्की हो गई। प्रबंधक समिति के सदस्य ने अध्यक्ष के हाथ से माइक छीन लिया। धक्का-मुक्की में अध्यक्ष मंच पर गिर गए। मंच पर घमासान मच गया। मंच पर ही मारपीट होने लगी। कथा सुन रहे श्रद्धालुओं के बीच हड़कंप मच गया। धक्का-मुक्की में अध्यक्ष के दाहिने हाथ में खरोंच आई है। तनातनी के बीच सूचना पाकर पहुंची चौक पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर स्थिति शांत कराया। दोनों पक्षों की ओर से अबतक कोई प्राथमिकी नहीं दर्ज कराई गई है। 22 अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भी गुरुद्वारा आने की बात कही जा रही है। गुरुद्वारा परिसर में गुटबाजी से राष्‍ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं।

इस तरह से बढ़ा बवाल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शुक्रवार की रात लगभग 7.45 बजे तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के दरबार हाल में जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन संगतों को कथा सुना रहे थे। इसी दौरान प्रबंधक समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित, वरीय उपाध्यक्ष जगजोत सिंह तथा महासचिव इंद्रजीत सिंह दरबार साहिब में आकर मंच के पीछे बैठे। लगभग पांच मिनट के बाद प्रबंधक समिति के सदस्य सरदार राजा सिंह, स्थानीय संगत दया सिंह तथा इंद्रजीत सिंह बग्गा भी आकर मंच के पीछे बैठे।

सेवानिवृत्ति की घोषणा पर हुआ हंगामा

सदस्य राजा सिंह ने महासचिव इंद्रजीत सिंह से बात भी किए। कथा समाप्ति के बाद अध्यक्ष अवतार सिंह हित मंच पर चढ़कर संगतों को विजयादशमी की शुभकामना दी। इसके बाद अध्यक्ष तख्त श्री हरिमंदिर के अधीक्षक दलजीत सिंह के सेवानिवृति की घोषणा कर उन्हें सिरोपा प्रदान करने की बात कही। उधर, मंच के नीचे बैठे सदस्य राजा सिंह बोल रहे थे कि संविधान में गुरुद्वारा के कर्मी को सेवानिवृत करने का नियम नहीं है। संविधान के नियमानुसार बैठक में सर्वसम्मति से आदेश पारित होने के बाद ही किसी सेवादार को सेवानिवृत किया जा सकता है।

माइक छिनने में मंच पर गिर गए अध्‍यक्ष

सदस्य की आवाज को अनसुनी करते हुए अध्यक्ष ने मुख्य ग्रंथी भाई रजिंदर सिंह को भी सेवानिवृत करने की घोषणा कर दी। इसी बात पर सदस्य राजा सिंह मंच पर चढ़कर अध्यक्ष अवतार सिंह हित के हाथ से माइक छीनने लगे। माइक छीनने के क्रम में धक्का-मुक्की के दौरान अध्यक्ष मंच पर गिर गए, फिर अन्य लोग अध्यक्ष को खड़ा किए। थोड़ी देर तक मंच पर अफरा-तफरी मच गई। कथा सुन रहे संगतों ने भी पहल करते हुए धक्का-मुक्की करनेवालों को बाहर जाने को कहा। दोनों पक्ष बाहर गए। इसी बीच जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह मंच पर आकर सदस्य द्वारा मर्यादा भंग करने की बात कही। फिर बाहर गए सदस्य ने वापस आकर मंच से घोषणा पर आपत्ति जताई।

दरबार साहिब के बाद अध्यक्ष के कमरे में भी हुई हाथापाई

इसके बाद दोनों गुटों के पदाधिकारी व सदस्य अध्यक्ष के कमरे में गए। कमरे में चौक थाना के दरोगा सुदेश्वर पासवान भी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। वहां पर बातचीत के दौरान ही सहायक अधीक्षक हरजीत सिंह द्वारा कुछ कहने पर एक गुट भड़क गया। दो दर्जन से अधिक लोग कमरे में घुसकर हंगामा करने लगे। पुलिस हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने में जुटी रही। इस दौरान संगत ने सहायक अधीक्षक के साथ हाथापाई की गई। गुरुद्वारा परिसर में अफरा-तफरी मच गई। विजयादशमी के कारण परिसर में बाहरी तथा स्थानीय संगतों की भीड़ थी। सूचना पाकर पहुंचे चौक थानाध्यक्ष गौरीशंकर गुप्ता ने दोनों पक्षों को शांत कराया। गुरुद्वारा परिसर का माहौल तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है। इस मामले में दूसरे दिन भी अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है।

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