पटना में आथिर्क मंदी को ले कांग्रेस के राजभवन मार्च में बवाल, लाठीचार्ज में दर्जनों कार्यकर्ता घायल Patna News
बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। रविवार को राजभवन मार्च के दौरान राजधानी में जमकर बवाल हुआ।
पटना, जेएनएन। बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। रविवार की दोपहर राजभवन मार्च के दौरान राजधानी में जमकर बवाल हुआ। आर्थिक मंदी को लेकर निकाले गए मार्च के कारण पटना की मुख्य सड़कें जाम हो गईं। राजापुर- कुर्जी रोड पर गाड़ियों की कतारें लग गईं।
कांग्रेस के साथ पूर्व सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी भी मार्च में शामिल रही। राजभवन जाने के दौरान हड़ताली मोड़ पर पहुंचते ही कार्यकर्ता को पुलिस ने रोक दिया। इसपर पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को लोगों ने तोड़ दिया। जवाब में आक्रोशित कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार के साथ आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे भी कार्यकर्ता नहीं माने तो लाठीचार्ज करने की नौबत आ गई।
कई कार्यकर्ताओं को आई चोट
पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई में दर्जनों कार्यकर्ताओं को चोटें आईं। कांग्रेस प्रवक्ता एसके वर्मा ने कहा कि यह शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का तानाशाही रवैया है, इससे असंतोष की आग को दवाया नहीं जा सकता। सरकार हर मोर्चे पर विफल है। कांग्रेस का जनवेदना मार्च बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के नेतृत्व में निकाला जा रहा है। इसमें पर्यवेक्षक राजेश मिश्रा तथा कांग्रेस के सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर के साथ पार्टी के नेता व जनप्रतिनिधि शामिल हैं।
राजधानी में जलजमाव को लेकर भी विरोध
रैली में पूर्व सांसद पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी भी शामिल है। पप्पू यादव समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध जता रहे हैं। जाप कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारी बारिश की वजह से पटना पानी-पानी हो गया, पर किसी ने शरह की सुध नहीं ली। राजधानी वासियों ने खुद अपने-अपने घरों में जमा पानी निकाला। शहरी क्षेत्र के लोगों को पलायन तक करना पड़ा, पर सरकार नहीं जागी। सरकार ने आम लोगों के लिए सोचना ही बंद कर दिया है।
बोले सुशील मोदी, 40 साल तो कांग्रेस नही किया राज
रैली से पहले बीजेपी नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार में कांग्रेस ने 40 साल तक शासन किया। ऐसे में वह 'जन वेदना रैली' क्यों निकाल रही है? आगामी विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि 'विपक्ष में रहने वालों को विरोध करने का हक है, लेकिन 'जनता तय कर चुकी है कि उसे किसके साथ जाना है।