बिहार में नमामि गंगे योजना के तहत खोदी गई सड़कों की मरम्मत अधूरी, उप मुख्यमंत्री का निर्देश भी बेकार
आठ अप्रैल की बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नगर निकाय व बुडको के अफसरों को काटी गई सड़कों को मोटरबुल बनाने के लिए 15 मई तक की समय सीमा दी थी। खासकर बुडको को इस ओर खास ध्यान देने को कहा गया था।
पटना, राज्य ब्यूरो। नल-जल योजना और नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत खोदी गई सड़कों की मरम्मत का काम अब भी अधूरा है। आठ अप्रैल की बैठक में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने नगर निकाय व बुडको के अफसरों को काटी गई सड़कों को मोटरबुल बनाने के लिए 15 मई तक की समय सीमा दी थी। खासकर बुडको को इस ओर खास ध्यान देने को कहा गया था। पिछले डेढ़ माह में हुई विभागीय बैठक के दौरान उप मुख्यमंत्री व प्रधान सचिव के स्तर से इस बाबत कई निर्देश जारी किए गए।
मानसून तक काम पूरा होने की उम्मीद कम
खासकर, 22 अप्रैल, 27 अप्रैल, 29 अप्रैल और फिर चार मई की बैठक में अफसरों को मानसून पूर्व हर हाल तक मरम्मत कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। अब तक की प्रगति के हिसाब से मॉनसून से पहले काम पूरा होना मुश्किल है।
कुछ जगह हुआ काम, बाकी जगह भर दी मिट्टी
अगर राजधानी की बात करें तो मुख्य सड़कों पर कुछ जगह काम हुआ है। बाकायदा पिचिंग कर सड़कों की मरम्मत की गई है, मगर बाकी जगह पुरानी स्थिति कायम है। कंकड़बाग के कुछ इलाकों में मिट्टी भरकर छोड़ दी गई है। कदमकुआं इलाके में सबसे अधिक परेशानी है। यहां बड़े इलाके में सड़क काटकर अब भी छोड़ी हुई है। एसके पुरी और पोस्टलपार्क जैसे इलाकों में सड़क अब भी उबड़-खाबड़ ही है।
भागलपुर में डाली जानी है 460 किलोमीटर पाइप
भागलपुर में जलापूर्ति योजना के तहत 460 किलोमीटर में पाइप बिछानी है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, पूर्व के ठीकेदारों ने 170 किलोमीटर पाइप बिछाकर मोटरेबुल कर दिया है। वर्तमान में 21 किलोमीटर सड़क काटी गई है, जिसमें से छह किलोमीटर पीसीसी है। 15 किमी सड़क पीसीसी बनाई गई है। वहीं पथ निर्माण विभाग की 3.5 किलोमीटर सड़क पर पाइप बिछाया जा रहा है, जिसे फिलहाल मोटरेबुल बनाने के लिए मिट्टी से भरा गया है।
कोरोना के कारण पड़ा असर, आएगी तेजी
मानसून का समय नजदीक है। जल्द काम पूरा नहीं हुआ तो परेशानी बढ़ेगी। जलजमाव के कारण गड्ढे जानलेवा बन सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना और लाकडाउन के कारण काम थोड़ा प्रभावित हुआ है, मगर एक पखवारे में इस दिशा में तेजी से काम पूरा किया जाएगा। लक्ष्य है कि मानसून से पहले सड़कों को मोटरेबुल बना लिया जाए।
मरम्मत के बाद ही ठीकेदारों को भुगतान
तारकिशोर प्रसाद ने आदेश में कहा था कि शहरी नल-जल योजना के क्रियान्वयन के क्रम में काटी गई सड़कों को अविलंब मोटरेबुल कराएं। नल संयोजन का काम पूरा करने के बाद सड़कों को पुरानी स्थिति में गुणवत्ता के अनुरूप मरम्मत होने के बाद ही ठीकेदारों को भुगतान किया जाए। इसका सख्ती से अनुपालन हो।