सख्ती बिना ही सड़कों पर दिख रहा सन्नाटा
अनलॉक के बाद लॉकडाउन किए जाने के फैसले को पटनावासियों ने स्वीकार किया है।
पटना । अनलॉक के बाद लॉकडाउन किए जाने के फैसले को पटनावासियों ने स्वीकार किया है। इस बार बिना सख्ती के ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। लॉकडाउन एक से पांच तक वाहनों के परिचालन को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल सड़कों पर तैनात किया गया था। बावजूद इसके लॉकडाउन के उल्लंघन में 10 हजार से अधिक वाहन चालकों से जुर्माना वसूला गया था। 1500 से ज्यादा वाहन जब्त किए गए थे। मगर इस बार छूट के बाद भी सड़कों पर बिना किसी आवश्यक काम से लोग नहीं निकल रहे हैं। इसका कारण रोज कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में बढ़ोतरी बताई जा रही है।
लोगों की सजगता के कारण अब पुलिस भी रोक-टोक करने में अधिक दिलचस्पी नहीं ले रही है। वैसे कई पुलिसकर्मी भी संक्रमित हो गए हैं। पिछले पांच दिनों में एक अधिकारी समेत 22 पुलिसकर्मी पॉजिटिव पाए गए हैं। तीन अफसरों ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। उन अफसरों के साथ ड्यूटी कर रहे जवानों को बिना लिखा-पढ़ी के छुट्टी दी जा रही है। अभी सिपाही और दरोगा मिलाकर 653 पुलिसकर्मियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। वे रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं।
: प्रमुख चौराहों पर दिखते हैं एक-दो जवान :
सूत्रों के मुताबिक, अब लाइन से ड्यूटी के लिए दबाव नहीं बनाया जा रहा। कागजी कोरम पूरा करने के बाद सिपाही और अधिकारी सभी घर लौट जा रहे हैं। वहीं, जिला बल में तैनात बीएमपी के जिन जवानों के सैंपल लिए गए थे, उन्हें भी अभी फील्ड ड्यूटी नहीं दी जा रही है। इसका कारण पुलिस बल की कमी है। अब प्रमख चौक-चौराहों पर ही एक-दो जवान दिखते हैं। बाकी चौराहे खाली हैं।
: औपचारिकता बिना मिल रही छुट्टी :
जिन 653 पुलिसकर्मियों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, उनमें अधिकांश थानों में तैनात हैं। उन्हें अधिकारियों के कहने पर अघोषित रूप से छुट्टी दे दी गई है। अभी आधा दर्जन थानेदारों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं, लेकिन वे जांच कराने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने लोगों से मिलना-जुलना बंद कर दिया है। अपने थाना कक्ष में रहकर ही काम निपटा रहे हैं।