राजद सुप्रीमो लालू यादव बोले, बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना, यूपी-बिहार के बेटों से की खास अपील

लालू यादव ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी सक्रिया बढ़ा दी है। लगातार लालू विपक्ष पर कटाक्ष कर रहे हैं। बिहार के बक्सर के बाद अब पटना के गुलबी घाट पर लाशें मिलने के मामले पर लालू ने यूपी-बिहार के लडकों से अपील की है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 01:52 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 01:52 PM (IST)
राजद सुप्रीमो लालू यादव बोले, बेहद दर्दनाक और शर्मनाक घटना, यूपी-बिहार के बेटों से की खास अपील
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव। जागरण आर्काइव।

ऑनलाइन डेस्क, पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू यादव ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। लगातार लालू विपक्ष पर ट्वीट करके कटाक्ष कर रहे हैं। बिहार के बक्सर के बाद अब पटना के गुलबी घाट पर भी उतराती लाशें मिली हैं। लाशों को लेकर बिहार में राजनीति गर्मा गई है। शुक्रवार को लालू यादव के एकबार फिर शवों को लेकर कटाक्ष किया है। साथ ही यूपी-बिहार के बेटों से अपील की है। 

अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने ट्विटर पर लिखा कि गंगा मैया की गोद में लाशों का अंबार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है। किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ। बता दें कि बिहार में गंगा में बहती हुई लाशों पर देश में चर्चा छिड़ गई थी। बक्सर के चौसा के महादेवा घाट पर चार दिन पहले उतराती लाशों की खबर सामने आने के बाद करीब 71 शवों को प्रशासन ने निकाला था। इसके बाद गुरुवार को पटना के गुलबी घाट पर भी दो लाशें दिखी थीं। 

नीतीश सरकार कर रही विपरीत कार्य

लालू के साथ ही तेजस्वी एकबार फिर नीतीश कुमार पर हमलावर हो गए। ट्विटर पर तेजस्वी ने लिखा कि डब्ल्यूएचओ व आइसीएमआर मानक के अनुसार आरटी पीसीआर टेस्ट कोरोना जांच का गोल्ड स्टेंडर्स है और उसे कुल जांच का 70% होना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% आरटी पीसीएर जांच कर रही है। इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य ये है कि पिछले माह की तुलना में बिहार सरकार ने इस जांच संख्या में 41% कटौती की है जबकि पॉजिटिविटी रेट 20% है।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट नीतीश के दावों से विपरीत क्यों?

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी बिहार की जनता आपकी सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आख़िर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आंकड़ो का फर्जीवाड़ा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए।

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