पूजा-पाठ कर पटना लौटे तेजप्रताप, राजद की बैठक से पहले लगाएंगे जनता दरबार

लालू के बड़े लाल तेजप्रताप यादव मथुरा से पटना पहुंचे और पहुंचने के साथ ही एेलान किया है कि वो फिर से जनता दरबार लगाएंगे और पार्टी की हार पर कार्यकर्ताओं के साथ इसका मंथन करेंगे।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 25 May 2019 11:36 AM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 10:50 PM (IST)
पूजा-पाठ कर पटना लौटे तेजप्रताप, राजद की बैठक से पहले लगाएंगे जनता दरबार
पूजा-पाठ कर पटना लौटे तेजप्रताप, राजद की बैठक से पहले लगाएंगे जनता दरबार

पटना, काजल। लोकसभा चुनाव में राजद को करारी हार मिली है और पार्टी इस बार शून्य पर सिमट गई है जो कि पार्टी का अबतक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। इस पर गहन चिंतन करने के लिए लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव 28 मई को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाएंगे और हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे। इसके साथ ही तेजप्रताप फिर से लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उसका निराकरण भी करेंगे।

इसके पहले तेजप्रताप यादव ने दिसंबर से जनता दरबार की शुरुआत की थी और अपने पिता लालू प्रसाद यादव की ही तरह जनता की समस्याओं को अपने जनता दरबार में सुनते थे और उसका निपटारा भी अपने हिसाब से किया करते थे। लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के बाद तेजप्रताप यादव फिर से मथुरा गए थे और वहां पूजा-अर्चना कर पटना लौट रहे हैं।

तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है और लिखा है कि 28 मई से जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के समस्याओं को सुलझाने के लिए आपलोगों के बीच फिर से उपस्थित रहूंगा। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेज प्रताप यादव ने कहा कि वह लोगों की समस्याएं सुलझाने को लेकर अपने पिता के रास्ते पर चल रहे हैं।

बता दें कि लोकसभा में राजद को मिली करारी शिकस्त के बाद पार्टी मंथन करने के लिए दो दिनों तक राबड़ी आवास में बैठक करेगी, जिसमें पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे। ये बैठक 28 और 29 मई को राबड़ी आवास में होगी। लेकिन उससे पहले ही तेजप्रताप यादव ने अपने जनता दरबार का एेलान कर दिया है और उसमें हार पर चिंतन-मनन किया जाएगा। 

तेजप्रताप यादव में लोग लालू का अक्श देखते हैं और यही वजह है कि उनके जनता दरबार में काफी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर आते हैं और तेजप्रताप सबकी बात ध्यान से सुनते हैं और लोगों को भरोसा दिलाते हैं कि उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। कई मामलों में तो वो खुद थाने पहुंच जाते हैं और पुलिस अधिकारियों से भी भिड़ जाते हैं। उनके बोलने का अंदाज और भाषा शैली बिल्कुल लालू यादव की तरह देसी अंदाज वाला होता है।  

चुनाव प्रचार में उतरे तेजप्रताप ने मंच से भी एेलान किया था कि वो बिहार के दूसरे लालू यादव हैं, उनमें लालू का ही खून है। तेजप्रताप यादव भी अपने पिता लालू यादव की तरह ही जनता से सीधे कनेक्ट हो जाते हैं। कभी वो सबके साथ मिलकर सत्तू पार्टी करते हैं तो कभी हैंडपंप चलाकर उसके पानी से नहाते भी हैं। 

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