Upper Caste Reservation का विरोध RJD की गलती थी, अब पार्टी लेगी U-Turn
Upper Caste Reservation के मुद्दे पर राजद में मतभिन्नता है। एक ओर मनोज झा ने इसका पुरजोर विरोध किया तो वहीं अब रघुवंश प्रसाद सिंह ने इसके समर्थन की बात कही है।
पटना, जेएनएन। Upper Caste Reservation को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिए जाने के केन्द्र सरकार के फैसले का विरोध करने वाली राजद के नेताओं के बयान में विरोधाभास खुलकर सामने आ गया है। पार्टी अब इस मुद्दे पर यू-टर्न ले रही है। राजद ने कहा है कि पार्टी अब इस मुद्दे को लेकर पुनर्विचार कर रही है। इसपर लोजपा और जदयू ने तंज कसते हुए कहा है कि ये सब पाश्चाताप सिर्फ नाटक और दिखावा है। अब क्या, अब तो चिड़िया चुग गई खेत।
बता दें कि सवर्णों को आरक्षण दिए जाने के मुद्दे पर संसद में राजद सांसद मनोज झा ने जमकर विरोध जताया था। अब वहीं राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने बुधवार को कहा है कि, राजद सवर्ण आरक्षण के विरोध पर पुनर्विचार कर रही है।
उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि संसद में पार्टी से सवर्ण आरक्षण के मसले पर चूक हो गई। राजद हमेशा से सवर्ण आरक्षण की पक्षधर रही है। इसपर लोजपा और जदयू ने कहा है कि राजद पश्चाताप का नाटक कर रही है, लेकिन अब इसका फायदा उसे नहीं मिलने जा रहा है।
राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि संसद में मनोज झा ने जो तर्क दिया उससे पार्टी सहमत नहीं है। पार्टी को सवर्ण आरक्षण के मुद्दे पर आइशोलेशन में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका विरोध क्यों हुआ? ये तो तेजस्वी यादव जानें, राजद के मेनिफेस्टो में 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान था और हम वह मेनिफेस्टो अब खोज रहे हैं।
वहीं, रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर लोजपा नेता पशुपति कुमार पारस ने कहा कि राजद सवर्ण आरक्षण मुद्दे पर पाश्चाताप का नाटक कर रही है। उन्होंने कहा, 'अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत'। वहीं जदयू ने भी राजद के यू टर्न पर तंज कसा है। पार्टी के नेता श्याम रजक ने कहा कि अब बहुत देर हो गई है, यू टर्न करने से कोई फायदा मिलने वाला नहीं है।