बिहार में सेना का रास्ता रोकने को सड़क पर खड़ी की दीवार, दानापुर में हुई घटना की वजह आप भी जानिए
दानापुर में आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कटैयापुल के निकट रास्ता को रोकते हुए सड़क पर दीवार बनानी शुरू कर दी। इसको लेकर सेना व ग्रामीणो में घंटों विवाद चला। ग्रामीण दीवार निर्माण करने में जुटे रहे।
दानापुर (पटना), संवाद सहयोगी। पटना के नजदीक दानापुर सैन्य क्षेत्र से गुजरने वाले रास्ते पर आम लोगों का आवागमन रोके जाने का मसला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। दरअसल हाल के वर्षों में कई सैन्य ठिकानों पर आतंकी घुसपैठ की कोशिशों के बाद ऐसे सभी संवेदनशील स्थलों की सुरक्षा चाक-चौबंद की जा रही है। इसी कड़ी में दानापुर सैन्य क्षेत्र के कुछ ऐसे रास्तों पर आम लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है, जिससे पहले आम यातायात होता था। स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करते हुए सोमवार को सैन्य क्षेत्र के सामने सड़क पर ही दीवार खड़ी कर दी। लोगों के गुस्से को देखते हुए सैन्य अधिकारियों ने संयम से काम लिया।
सोमवार को हुआ था विवाद
सोमवार को चांदमारी-लोदीपुर मार्ग पर सेना द्वारा गेट लगाए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कटैयापुल के निकट रास्ता को रोकते हुए सड़क पर दीवार बनानी शुरू कर दी। इसको लेकर सेना व ग्रामीणो में घंटों विवाद चला। ग्रामीण दीवार निर्माण करने में जुटे रहे। सूचना पर अनुमंडलाधिकारी विनोद दुहन व एएसपी विनीत कुमार मौके पर पहुंचे व ग्रामीणों को शांत कराया। इसके बाद ग्रामीणों ने दीवार ध्वस्त की।
बैरक नंबर एक के रास्ते को बंद करने पर विवाद
लोदीपुर-चांदमारी सड़क बचाओ संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष जेपी सिंह ने बताया कि वर्षों से बैरक नंबर एक मार्ग को ग्रामीण आवागमन के लिए उपयोग करते आ रहे थे। उस रास्ते को सेना द्वारा बंद कर दिया गया। इससे लोगो को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। लंबी दूरी तय कर दानापुर बाजार एवं शाहपुर जाने को लोग विवश हैं। इस संबंध में उच्च न्यायालय में मामला चल रहा है। इसके बाद भी सेना द्वारा बैरेक नंबर एक रास्ते पर गेट लगा दिया गया है।
एसडीओ और एएसपी के आश्वासन पर माने लोग
उन्होंने बताया कि सेना द्वारा गेट बनाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने कटैयापुल के निकट रास्ते पर दीवार का निर्माण करा दिया। सिंह ने बताया कि सड़क पर दीवार बनाता देख सेना के अधिकारी जवानों के साथ पहुंचे और विरोध करने लगे। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। उन्होंने बताया कि अनुमंडलाधिकारी एवं एएसपी के आश्वासन के बाद दीवार ध्वस्त की गई। स्थानीय नगीना प्रसाद ने कहा कि सेना विवादित रास्ते को रोकने के लिए गेट लगा सकते हैं तो ग्रामीण क्यों नही दीवार बना सकते हैं।