कोराेना वायरस के असर से घरों में दुबके अपराधी, पटना में संगीन अपराधों में आई कमी
पटना पुलिस के जनता दरबार में घटने लगे फरियादी ड्यूटी संग पुलिस बरत रही सावधानी हर दिन 40 से अधिक आते थे फरियादी चार दिनों में 20 से भी कम रहा आंकड़ा शहरी क्षेत्र के थाना क्षेत्रों में संगीन अपराध पर लगाम
पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते प्रभाव का असर पटना के थानों में भी दिखने लगा है। थाना में जहां शिकायतें कम हो गई हैं तो वहीं एसएसपी के जनता दरबार में पीड़ितों की संख्या कम हो गई है। हर दिन 40 से अधिक फरियादी जुटते थे, वहीं चार दिनों में 20 फरियादी भी वहां नहीं पहुंचे। शहरी क्षेत्रों में संगीन अपराध पर भी लगाम लग चुका है। एक सप्ताह में दानापुर और पटना सिटी में तीन हत्या और लूट का विरोध करने पर फायरिंग को छोड़ दिया जाए तो शहरी थाना क्षेत्रों में संगीन मामले कम हो गए हैं। मोबाइल स्नेचिंग, वाहन चोरी, गृहभेदन और बड़ी लूट जैरी वारदात में भी कमी है।
थानों में दूर से ही शिकायत सुन रहे पुलिस वाले
पटना के थानों की स्थित ऐसी है कि पुलिस पदाधिकारी से लेकर जवान भी बचाव के साथ ड्यूटी कर रहे हैं। पहले जहां फरियादी सीधे मुंशी से लेकर थानेदार के चैंबर तक पहुंच जाते थे, अब ऐसा नहीं है। थाना परिसर में घुसते ही दूर से ही उनकी शिकायतें सुनी जा रही है। अगर मामला गंभीर नहीं है तो बेवजह थाने में आने से मना कर दिया जा रहा है और जरूरत पड़ने पर थाने में तैनात पुलिस पदाधिकारी का नंबर दिया जा रहा है।
गंभीर शिकायत आने पर हो रही त्वरित कार्रवाई
केवल गंभीर मामलों में पीड़ित के आवेदन को जमा कर लिया जा रहा है। गंभीर शिकायत आने पर पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है और फोन पर शिकायत मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच रही है। यहां तक की डाक भी ई-मेल या वाट्सएप के जरिए अधिकारियों तक पहुंचने लगी है। एक थानेदार बताते हैं कि शिकायतें तो ही रही हैं, लेकिन अधिकांश मामलों को परिसर में ही सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही गंभीर मामलों में पुलिस मौके पर जा रही है। कुछ दिनों से संगीन अपराध के ग्राफ गिरे हैं।