बिहार विधानसभा के संक्षिप्त सत्र में बन गया रिकार्ड, तस्वीरों और प्वाइंटर के जरिए जानिए 10 महत्वपूर्ण बातें
Bihar Vidhansabha Satra Important Facts बिहार विधानमंडल के छोटे शीतकालीन सत्र में बना रिकार्ड विस अध्यक्ष ने बताईं सदन की उपलब्धियां पांच दिनों के दौरान आए कई अजब-गजब मामले संसद की तर्ज पर राष्ट्रगान से प्रारंभ राष्ट्रीय गीत से समाप्त
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार विधानसभा के पांच दिन का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को ही खत्म हो गया। सदन के इस संक्षिप्त सत्र में नया रिकार्ड बना। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के मुताबिक सभी सवालों के शत प्रतिशत जवाब समय पर आए। उन्होंने इसके लिए सरकारी विभागों को धन्यवाद दिया। उन्होंने सदन के शांतिपूर्ण संचालन के लिए भी सदस्यों की तारीफ की। कहा कि सत्र में कुछ सदस्यों के बीच मनमुटाव भी हुआ, लेकिन सौहाद्र्रपूर्ण माहौल में उसका निदान हो गया। इस दौरान कई रोचक वाकये आए। कभी तनातनी भी हुई। यहां जानिए बिहार विधानमंडल के पांच दिनों के सत्र की महत्वपूर्ण बातें...
फोटो परिचय - विधानमंडल में सत्र के दौरान हर रोज विपक्षी विधायकों ने किया प्रदर्शन।
तीन विधेयकों को दी गई मंजूरी
विधानसभा अध्यक्ष ने जनता से जुड़े बड़े सवालों को सदन में गंभीरता से उठाने की भी चर्चा की। इस सिलसिले में उन्होंने बड़हिया-मोकामा टाल क्षेत्र की समस्या के निदान के लिए किए गए प्रयासों का उदाहरण दिया। कहा कि ठोस कार्य योजना बनाने के लिए यह विषय प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति को सौंपा गया है। सिन्हा ने बताया कि सत्र में अन्य महत्वपूर्ण विधायी कार्यों में तीन विधेयक की मंजूरी शामिल है। ये विधेयक दाखिल खारिज, निजी विश्वविद्यालय और तकनीकी आयोग से जुड़े हैं।
फोटो परिचय - सत्र के दौरान दो महिला विधायक खास तौर पर चर्चा में रहीं। सत्र के आखिरी दिन भाजपा की विधायक श्रेयसी सिंह को सदन के सदस्यों ने बधाई दी। उन्होंने निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीता है। दूसरी तरफ, भाजपा की विधायक निक्की हेंब्रम सदन में पहले ही दिन से चर्चा में रहीं। एनडीए विधायक दल की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कथित तौर पर उन पर टिप्पणी किए जाने का मामला चर्चा में रहा।
सत्र में पूछे गए 890 सवाल
सदन में विनियोग विधेयक पारित हुआ, जिसके जरिए सरकारी विभागों को 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने की मंजूरी मिली। उन्होंने सदन को बताया कि सत्र में 890 प्रश्न आए। सौ से अधिक ध्यानाकर्षण सूचनाएं ली गईं। आठ के जवाब स्वीकृत हुए। 90 सूचनाओं को जवाब के लिए संबंधित विभागों को भेज दिया गया। सत्र में कुल 129 निवेदन आए, जिनमें से 127 को मंजूर किया गया।
फोटो परिचय - बिहार विधानसभा की दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान के लिए हुए उप चुनाव में कांग्रेस और राजद ने भले ही गठबंधन खत्म होने का ऐलान कर दिया, लेकिन सदन में प्रमुख मसलों पर दोनों दलों की एकजुटता बनी रही। इस तस्वीर में राजद नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ ही उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव और कांग्रेस के नेता अजीत शर्मा भी साथ दिख रहे हैं। तेज प्रताप यादव का विस सत्र के दौरान लगातार अपने भाई तेजस्वी यादव के साथ दिखना भी खास रहा। तस्वीरों ने बताया कि तेज प्रताप का बगावती रूख अब खत्म हो चुका है और वे अपने छोटे भाई के नेतृत्व में काम करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के साथ नई शुरुआत
विधानसभा में एक बेहद नई शुरुआत हुई। लोकसभा की तर्ज पर सदन का शुभारंभ राष्ट्रगान और समापन राष्ट्रीय गीत से हुआ। इस दौरान सभी सदस्य सदन में खड़े रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने इसे ऐतिहासिक बताया। नए विधायकों को प्रश्न पूछने में वरीयता दी गई। सिवान जिले में पांच सामाजिक अभिशापों, मुक्त वरदानों से युक्त और सम्मानों से पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस क्रम में युवा संसद का आयोजन किया गया। इस सत्र में सिवान के बच्चों को विधानसभा की कार्यवाही देखने का मौका दिया गया।
फोटो परिचय - विस सत्र के चौथे दिन सरकार को अपने ही मंत्री का गुस्सा झेलना पड़ गया। श्रम संसाधन मंत्री जीवेश कुमार उस समय बुरी तरह बिगड़ गए, जब विस गेट पर उनको इसलिए रोक दिया गया, ताकि डीएम और एसएसपी पहले जा सकें। इस मामले पर मंत्री कार्रवाई की जिद पर अड़ गए। विस गेट पर हंगामा किया और सदन के अंदर भी आवाज उठाई। उनके मसले को विपक्ष ने भी हाथोंहाथ लेकर अफसरशाही का मसला उठाया। बाद में डीएम और एसएसपी ने मंत्री के बंगले पर अपनी गलती मानी, तब जाकर मंत्री का गुस्सा शांत हुआ।
दो विधायक उलझ गए
इधर सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद विधानसभा परिसर में दो विधायक एआइएमआइएम के अख्तरूल ईमान और भाजपा के संजय सिंह इलेक्ट्रानिक मीडिया के सामने उलझ गए। ईमान ने कहा कि वे राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत का किसी अन्य की तुलना में कम सम्मान नहीं करते हैं। लेकिन, नई परम्परा की शुरुआत हुई। इसमें सभी सदस्यों की राय ली जा सकती थी। उधर संजय सिंह चीख रहे थे कि जिन्हें राष्ट्रगान पसंद नहीं है, वे दूसरे देश में चले जाएं।
फोटो परिचय- बिहार विधानसभा के परिसर में राजद विधायक भाई वीरेंद्र और भाजपा विधायक संजय सरावगी के बीच कहासुनी हुई और मामला गाली-गलौज तक पहुंच गया। राजद विधायक ने भाजपा के नेता के खिलाफ अपशब्द भी कह डाले। हालांकि, अगले दिन उन्होंने सदन पहुंचते ही खुद दोस्ती के लिए पहल की और पुराने गिले-शिकवे को भूल जाने की बात कही। मामले का पटाक्षेप आखिरकार बिहार विस अध्यक्ष विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद की पहल के बाद हुआ और दोनों विधायकों ने एक-दूसरे से हाथ मिला लिया।
फोटो परिचय - बिहार विधानमंडल में शीतकालीन सत्र के दौरान सबसे गर्म मुद्दा शराबबंदी रही। विस परिसर में ही शराब की बोतलें मिलने पर विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। तेजस्वी यादव ने राज्य में शराबबंदी पूरी तरह फेल होने का आरोप लगाया। इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया और आखिरकार प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।