Bihar CoronaVirus News Alert: बिहार में खतरनाक ट्रेंड, तमाम दावों के बाद भी ट्रेन से वापस लौटनेवालों की नहीं हो रही जांच
बिहार सरकार के तमाम दावों के बाद भी दूसरे प्रदेशों से आनेवाले यात्रियों की जांच नहीं हो पा रही। यात्री लगातार दूसरे दिन स्टेशन से ऐसे बाहर भागे जैसे पीछे भूत हो। रात में सैकड़ों यात्रियों की कोविड जांच के लिए स्टेशन पर महज दो-तीन कर्मी और एक सिपाही थे
बक्सर, जागरण संवाददाता। कोविड-19 को लेकर आम जनता से लेकर अधिकारी और कर्मचारी सभी लापरवाह बने हुए हैं। जिसका काफी बुरा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। हम बात कर रहे हैं स्थानीय रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र समेत अन्य प्रदेशों से आ रहे रेलयात्रियों के जांच की। जिलाधिकारी के फरमान के बावजूद रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच को लेकर न तो अधिकारी सजग हैं और न कर्मचारी। आलम यह है कि ट्रेन से उतरने के बाद सैकड़ों लोग बिना जांच कराए भागकर स्टेशन से बाहर निकल जाते हैं। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। गुरुवार की रात पटना पुणे से उतरने के बाद भाग रहे यात्रियों की वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को भले ही अधिकारियों ने खूब हाथ पैर चलाने के साथ अपनी बचाव करते बयान भी जारी किए, बावजूद इसके शनिवार की सुबह भी हालात बिल्कुल जस के तस नजर आए।
यात्री ऐसे भागे जैसे पीछे भूत हो
घटना गुरुवार की रात करीब डेढ़ बजे की है, तब पुणे-पटना एक्सप्रेस जैसे ही बक्सर के प्लेटफाॅर्म नंबर एक पर आई उसके साथ ही ढाई से तीन सौ के करीब यात्री ट्रेन से उतरने के साथ ही सर पर समान लिए प्लेटफार्म से बाहर भागने लगे। तब डीएम के सख्त निर्देश के बावजूद स्टेशन परिसर में खुले कोविड जांच केंद्र पर महज दो-तीन कर्मी एक सिपाही के साथ तैनात थे। रेलयात्री ऐसे भाग रहे थे जैसे उनके पीछे भूत लगे हों। ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही और दो-तीन जांच कर्मी चुपचाप खड़े यात्रियों के भागने का तमाशा देखते रह गए और महज चंद सेकेंड में ही सारे यात्री परिसर से बाहर निकल गायब हो गए। स्टेशन के आस-पास रहने वालों ने बताया कि जब भी कोई ट्रेन आती है, यात्री बांस-बल्ली फांदकर बाहर भाग जाते हैं।
अधिकारियों ने वीडियाे देखा तो होश आया
इस बीच पुणे-पटना एक्सप्रेस से उतर स्टेशन से बाहर भागते यात्रियों का वीडियो राज्य सरकार और रेलवे के वरीय अधिकारियों तक पहुंचने के बाद अधिकारियों को होश आया और उन्होंने स्टेशन का फेरा बढ़ा दिया। इस सम्बंध सदर एसडीओ केके उपाध्याय के साथ सदर डीएसपी गोरख राम ने भी मीडिया को दिए बयान में स्पष्ट किया कि आज से ही जांच कर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ अतिरिक्त पुलिस के जवान तैनात किए जाएंगे, जिससे एक भी यात्री निकलकर भाग नहीं सकेगा, साथ ही घटना में दोषी कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बयान के बाद शनिवार को बक्सर आई जनसाधारण एक्सप्रेस, संघमित्रा एक्सप्रेस और लोकमान्य तिलक के आते ही फिर वही नजारा देखा गया। ट्रेन से उतरनेवाले रेल यात्री बिना जांच कराए ही प्लेटफार्म से भागते रहे और जांच कर्मी मूक दर्शक बने रहे।
बताते चले कि विभिन्न ट्रेनों से यहां रोज हजारों यात्री बक्सर के साथ ही पड़ोसी राज्य यूपी के बलिया और गाजीपुर तक जाने के लिए आते हैं। ऐसे में जांच में की गई थोड़ी सी लापरवाही एक साथ कई जिलों को अपना शिकार बना सकती है और कोरोना संक्रमण कहर ढा सकता है। समय रहते इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। वही आम जनता को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।