रेलवे ने 15 दिनों के अंदर की दोबारा वही गलती, पटना-सासाराम ट्रेन को रद करने से यात्रियों में गुस्सा
केवल जुलाई में ही 13 एवं 29 जुलाई यानी 15 दिनों के अंदर में दो बार इस ट्रेन के परिचालन को रद करने की घोषणा की गई है। खुद ही रेलवे की ओर से इस ट्रेन के परिचालन की घोषणा इसी माह दो-दो मर्तबा की गई है।
पटना, जागरण संवाददाता। कोविड संक्रमण में कमी आने के बाद पूर्व मध्य रेलवे के अधिकार क्षेत्र में पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन धीरे-धीरे पुनर्बहाल किया जा रहा है। इसी कड़ी में रेलवे ने सासाराम-पटना (03211/12) सवारी गाड़ी का परिचालन शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन अब इस घोषणा को रद कर दिया गया है। मजे की बात है कि इस ट्रेन के साथ एक पखवारे में दो बार ऐसा हो चुका है। हर बार कोई न कोई कारण बता रद कर दिया जा रहा है। केवल जुलाई में ही 13 एवं 29 जुलाई यानी 15 दिनों के अंदर में दो बार इस ट्रेन के परिचालन को रद करने की घोषणा की गई है।
खुद ही रेलवे की ओर से इस ट्रेन के परिचालन की घोषणा इसी माह दो-दो मर्तबा की गई है। गुरुवार को इस ट्रेन के परिचालन को फिर से रद किए जाने के बाद यात्रियों में काफी आक्रोश है। बिहार दैनिक यात्री संघ के सचिव शोएब कुरैशी ने बताया कि पटना-सासाराम सवारी गाड़ी को पहली अगस्त से चलाने की घोषणा रेल प्रबंधन की ओर से की गई थी। पटना से सासाराम तक के सभी गांवों के लोगों में काफी खुशी थी। अचानक इस ट्रेन के रद करने की घोषणा पूर्व मध्य रेल के सीपीटीम ने कर दी है। सीपीटीएम द्वारा जारी पत्र के मुताबिक पहली अगस्त से होने वाले इस ट्रेन का परिचालन तकनीकी कारणों से रद कर दिया गया है।
सासाराम-पटना सवारी गाड़ी का परिचालन फिर रद, आक्रोश
इस ट्रेन के रद होने से पटना, बिहटा, कोईलवर, आरा, पीरो, उदवंतनगर, बिक्रमगंज, नोखा, सासाराम एवं अन्य स्टेशनों के यात्रियों में काफी आक्रोश है। इस क्षेत्र के यात्रियों का कहना है कि सवारी गाड़ी नहीं चलने से उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ है। विशेषकर बीमार, छोटे-छोटे व्यवसायियों, दैनिक यात्रियों एवं बुजुर्ग यात्रियों को विशेष परेशानी हो रही है।