करोड़पति निकले बिहार के ये भू अर्जन अधिकारी अधिकारी, निगरानी की रेड में खुल रहा काली कमाई का राज

निगरानी ब्यूरो ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सासाराम के भू अर्जन पदाधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। भू-अर्जन अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता के पास सासाराम नगर निगम का अतिरिक्त प्रभार भी है। कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 12:17 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 01:42 PM (IST)
करोड़पति निकले बिहार के ये भू अर्जन अधिकारी अधिकारी, निगरानी की रेड में खुल रहा काली कमाई का राज
पटना के आनंदपुरी में जांच करते निगरानी के अधिकारी। जागरण

पटना, राज्‍य ब्‍यूरो। निगरानी ब्यूरो (Vigilance Bureau) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सासाराम के भू अर्जन पदाधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है। भू-अर्जन अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता के पास सासाराम नगर निगम का अतिरिक्त प्रभार भी है। बताया जा रहा है कि  राजेश कुमार गुप्ता के पटना, रोहतास और फारबिसगंज स्थित आवास पर छापेमारी चल रही है। निगरानी ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कि कार्रवाई में राजेश कुमार के पास से जमीन के 30 दस्तावेज बरामद किए जा चुके हैं।

सासाराम नगर आयुक्‍त के प्रभार में भी हैं राजेश गुप्‍ता 

इन पर भाई के नाम पर अकूत संपति जमा करने के आरोप हैं। जानकारी के अनुसार आरोपी अधिकारी के पास से अब तो 20 लाख नकद, दो लाकर के अलावा सोने के बिस्कुट भी मिले हैं। कार्रवाई अभी जारी है। बताया जाता है कि सासाराम में नगर थाना क्षेत्र के डीएम कालोनी स्थित सरकारी आवास पर छापेमारी की जा रही है। नगर आयुक्त सह जिला भू अर्जन पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता को विजिलेंस की टीम रोहतास समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय लेकर आई है। 

करोड़ों की संपत्ति का चला है पता 

बताया जाता है कि अब तक तीन फ्लैट के कागजात मिले हैं। भाई के नाम पर पूर्णिया में चार बीघा जमीन के कागजात मिले हैं। पांच सोने के बिस्‍कुट और सोने के जेवरात मिले हैं। पटना के आनंदपुरी और नागेश्‍वर कालोनी स्थित आवास पर विजिलेंस की टीम जांच-पड़ताल में लगी हुई है। रांची में भी अपार्टमेंट के कागजात मिले हैं।  बता दें कि भ्रष्‍ट अफसरों के खिलाफ निगरानी लगातार कार्रवाई कर रही है। एक दिन पहले बिहार सरकार के मंत्री जनक राम के ओएसडी के ठिकानों पर छापेमारी कर काली कमाई का पर्दाफाश किया था। अब बिहार प्रशासनिक सेवा के अफसर राजेश गुप्‍ता निगरानी जांच में फंसे हैं। बताया जाता है कि कई अन्‍य अफसर भी निगरानी की रडार पर हैं।  

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