पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में दो दिन बंद रहेगी बाजार समिति थोक फल मंडी

जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में थोक फल मंडी कृषि उत्पादन बाजार समिति दो दिन बंद रहेगी। इसकी बात की जानकारी पटना फ्रूट एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बुधवार को दी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:04 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:04 PM (IST)
पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में दो दिन बंद रहेगी बाजार समिति थोक फल मंडी
पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में दो दिन बाजार समिति फल मंडी बंद रहेगी। जागरण आर्काइव।

जागरण संवाददाता, पटना सिटी: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक व मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में थोक फल मंडी कृषि उत्पादन बाजार समिति दो दिन बंद रहेगी। इसकी बात की जानकारी पटना फ्रूट एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बुधवार को दी।

मदद करने वालों का मनोबल गिरेगा

पटना फ्रूट एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बताया है कि 13 व 14 मई को मंडी में कारोबार नहीं होगा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पप्पू यादव मरीजों की सेवा में जुटे थे। वे अपनी पत्नी और बच्चों को छोड़कर पीड़ितों को राहत पहुंचा रहे थे। संकट की घड़ी में चुने हुए जनप्रतिनिधि कहीं नजर नहीं आ रहे थे जबकि पप्पू यादव मरीजों को दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, एम्बुलेंस, वेंटिलेटर और भोजन आदि की व्यवस्था कर रहे थे। मरीजों का शोषण करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध आवाज उठा रहे थे। इसके बावजूद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सरकार के इस कदम से मरीजों और पीड़ितों की मदद करने वालों का मनोबल गिरेगा।

मंडी बंद रखने के फैसले का किया स्वागत

मंडी के जयप्रकाश वर्मा, मो हसनैन, कुमार मंगलम, आनंदित, ओमप्रकाश गुप्ता, मो राजू, मो अफताब, सुरेन्द्र मेहता, अशोक मेहता समेत अन्य व्यापारियों ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया है जबकि मंडी को दो दिन बंद रखने के फैसले का स्वागत किया है। बता दें कि एक दिन पहले मंगलवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव का पटना मेडिकल कालेज अस्पताल (पीएमसीएच) जाने का कार्यक्रम था। वे मंदिरी स्थित अपने आवास पर कार्ययोजना बना ही रहे थे कि उसी वक्त पटना पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले गई। पप्पू को पहले भी पुलिस ने बिना वजह बाहर न निकलने की हिदायत दी थी। इसके बाद उन्हें पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। बाद में एक पुराने मामले में गैर जमानती वारंट निकलने पर उन्हें माधेपुरी की पुलिस पटना से ले गई। 

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