Pro Kabaddi League 2020: पावरलिफ्टिंग के प्लेटफॉर्म पर कबड्डी का पंगा लेंगे पटना पाइरेट्स... जानें वजह...

कबड्डी के स्टार इसबार पावरलिफ्टिंग और वेटलिफ्टिंग के प्लेटफॉर्म पर प्रतिद्वंद्वी से पंगा लेते नजर आएंगे। पाटलिपुत्र खेल परिसर में अगर प्रदीप नरवाल अलग अंदाज में दिखें तो चौंकिएगा मत।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Wed, 18 Mar 2020 09:56 AM (IST) Updated:Wed, 18 Mar 2020 09:06 PM (IST)
Pro Kabaddi League 2020: पावरलिफ्टिंग के प्लेटफॉर्म पर कबड्डी का पंगा लेंगे पटना पाइरेट्स... जानें वजह...
Pro Kabaddi League 2020: पावरलिफ्टिंग के प्लेटफॉर्म पर कबड्डी का पंगा लेंगे पटना पाइरेट्स... जानें वजह...

अरुण सिंह, पटना। पावरलिफ्टिंग और वेटलिफ्टिंग के प्लेटफॉर्म पर इस बार कबड्डी स्टार प्रदीप नरवाल प्रतिद्वंद्वी से पंगा लेते नजर आएंगे। विश्वास न हो तो पाटलिपुत्र खेल परिसर के इंडोर हाॅल चले आइए। पिछले साल सितंबर में पटना में आई महाबारिश से सड़ चुके इंडोर हाॅल के वुडेन फ्लोर उखड़ चुके हैं और वहां इस साल फरवरी में हुई अखिल भारतीय असैनिक सेवा पावरलिफ्टिंग, वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के लिए प्लेटफाॅर्म बना दिया गया। करोना वायरस के कारण पहले ही राजधानी में सभी खेल गतिविधियां ठप हो चुकी हैं। ऐसे में जुलाई में होने वाले प्रो कबड्डी लीग के आठवें संस्करण के आयोजन पर सवाल खड़े होने लगे हैं। विभाग जल्द काम शुरू करने की बात कह रहा है, लेकिन ऐसा न हुआ तो एक बार फिर पटना पाइरेट्स का होम टाउन रांची होगा और हमलोग टीवी पर बैठकर तालियां बजाते रह जाएंगे।

बनते ही तकनीकी खामी नजर आई थी

छह साल पूर्व करोड़ों रुपये के विदेशी लकड़ी से इंडोर हाल में वुडेन फ्लोर का निर्माण हुआ था, लेकिन बनते ही तकनीकी खामियों, छत से पानी टपकने और रिसने से लकडिय़ां खराब होती गई। समय-समय पर मरम्मत कर खानापूर्ति का काम भी हुआ। आखिरकार 28 सितंबर 2019 का वह दिन भी आया, जब पटना में हुई महाबारिश से पाटलिपुत्र खेल परिसर लवालब हो गया और इंडोर हाल पानी से भर गया। पानी निकासी की व्यवस्था न रहने से उसमें वुडेन फ्लोर सड़ गए और सरकार को लाखों रुपये की चपत लग गई। हालांकि इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और खेल मंत्री प्रमोद कुमार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इसे दुरुस्त करने को कहा था, जिसे अब तक अमलीजामा नहीं पहनाया गया है।

करोड़ों रुपये की हो चुकी है क्षति

वुडेन फ्लोर के खराब होने से इंडोर हाल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया और कई राष्ट्रीय आयोजन या तो टाल दिए गए या आउटडोर में कराने पड़े। आयोजकों को बाहर में अभ्यास के लिए बने कबड्डी कोर्ट पर नेशनल कुश्ती कराने पर मजबूर होना पड़ा तो राष्ट्रीय बास्केटबॉल के आयोजन के लिए भी दर-दर भटकना पड़ा। इंडोर हाल की बुकिंग कैंसिल होने से सरकार को लाखों रुपये की क्षति भी हो चुकी है। इतना ही नहीं, अप्रैल से नया सत्र शुरू होने वाला है। गोवा नेशनल गेम्स इसी साल अक्टूबर में हैं। उससे तीन माह पूर्व प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत होगी, लेकिन इंडोर हाल का हाल-बेहाल होने से प्रशिक्षण शिविर बंद है और इसका खामियाजा बिहार को अंतरराष्ट्रीय आयोजन की मेजबानी गंवाकर और पदक से वंचित रहकर चुकाना पड़ सकता है।

पानी जमा होने से होती है परेशानी

वरिष्ठ क्रिकेटर सौरव चक्रवर्ती कहते हैं, कंकड़बाग पटना का सबसे निचला इलाका है, जहां पाटलिपुत्र खेल परिसर में इंडोर हाल है। निर्माण के समय में ही इसे पुणे और चेन्नई के तर्ज पर ऊंचा किया जाना चाहिए था। यही हाल आउटडोर में सिंथेटिक ट्रैक का है, जहां पानी जमा हो जाता है।

इंडोर हाल में पानी जाने से हुआ असर

1. करोड़ों रुपये के विदेशी लकड़ी से बने वुडेन फ्लोर सड़ गए, जिससे हाल को बंद कर देना पड़ा।

2. नवंबर 2019 में जूनियर नेशनल बास्केटबॉल का आयोजन इंडोर में स्थगित कर आउटडोर में किया गया।

3. जनवरी 2020 में नेशनल कुश्ती का आयोजन भी इंडोर में नहीं हो सका, जिसे आउटडोर में जैसे-तैसे कबड्डी कोर्ट पर कराना पड़ा।

4. राज्यस्तरीय कई आयोजन को टाल दिया गया।

5. स्कूली गेम्स के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर भी इंडोर में नहीं हो सका।

नए सिरे से इंडोर हाल में वुडेन फ्लोर बनाने के लिए चल रहा काम

राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक सह सचिव आशीष कुमार सिन्हा ने कहा कि नए सिरे से इंडोर हाल में वुडेन फ्लोर लगाने के लिए विभाग में बैठक हो चुकी है। टेंडर निकल चुका है। भवन निर्माण विभाग जल्द काम शुरू करेगा और प्रो कबड्डी समेत सभी आयोजन में कोई परेशानी नहीं होगी।

काम में तेजी लाना होगा नहीं तो खिलाड़ियों को होगा नुकसान

बिहार कबड्डी संघ के सचिव कुमार विजय ने कहा कि अक्टूबर में गोवा में नेशनल गेम्स है। ऐसे में संबंधित विभाग को काम में तेजी लाना होगा। देर होने पर आखिरकार खिलाडिय़ों को ही नुकसान होगा।

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