राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द ने दिल्‍ली लौटने से पहले घूमा पटना, एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे लोग

President Ramnath Kovind Visit राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द का तीन दिवसीय बिहार दौरा पूरा हो गया। दिल्‍ली लौटने से पहले उन्‍होंने पटना के कई हिस्‍सों की अलग-अलग मार्गों से सैर की। इस दौरान शहर के प्रमुख मार्गों पर थोड़ी देर के लिए यातायात रोकना पड़ा।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 11:15 AM (IST)
राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द ने दिल्‍ली लौटने से पहले घूमा पटना, एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे लोग
पटना से आज दिल्‍ली लौटेंगे राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द। फाइल फोटो

पटना, जागरण टीम। President Ramnath Kovind Patna Visit Traffic Plan Today: राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविन्‍द का तीन दिवसीय बिहार दौरा पूरा हो गया। दिल्‍ली लौटने से पहले उन्‍होंने पटना के कई हिस्‍सों की अलग-अलग मार्गों से सैर की। वे सुबह सवा आठ बजे के करीब सबसे पहले तख्‍त श्रीहरिमंदिर साहिब पहुंचे। यहां प्रार्थना और दर्शन के बाद वे पटना जंक्‍शन स्थित हनुमान मंदिर, बुद्ध स्‍मृति पार्क और खादी माल भी गए। इस दौरान पटना जंक्‍शन, गांधी मैदान, अशोक राजपथ, फ्रेजर रोड, डाकबंगला चौराहा, ओल्‍ड बाईपास रोड और पटना एयरपोर्ट के आसपास सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किए गए थे। करीब दो घंटे के लिए इन प्रमुख सड़कों पर बारी-बारी से आम लोगों के यातायात को रोका गया था। राष्‍ट्रपति के दिल्‍ली रवाना होने तक एयरपोर्ट के आसपास यातायात व्‍यवस्‍था बदली रहेगी। आम लोगों को बेली रोड शेखपुरा से होकर एयरपोर्ट पहुंचने को कहा गया है।

आज सुबह 8:25 बजे राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द मत्था टेकने पहुंचे थे। महासचिव ने बताया कि प्रबंधक समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित, वरीय उपाध्यक्ष जगजोत सिंह, कनीय उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह, महासचिव इंद्रजीत सिंह तथा सचिव हरवंश सिंह ने उनका स्‍वागत किया। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर तख्त श्री हरिमंदिर परिसर व पटना सिटी अनुमंडल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। सुरक्षा एजेंसी द्वारा तख्त साहिब परिसर का निरीक्षण कर सूची तैयार की गई थी। पूर्वी एसपी जीतेंद्र कुमार ने बताया कि सिर्फ परिचय पत्र वालों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई थी।

कोविन्द से पहले दो राष्ट्रपति गुरुघर में टेक चुके मत्था

गुरु तक पहुंचने का द्वार है गुरुद्वारा। गुरु के दर पर देश की ही नहीं विदेश की भी संगत मत्था टेकना नहीं भूलती। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली में देश के दर्जनों विशिष्ट लोग गुरु घर का आशीर्वाद ले चुके हैं। शुक्रवार की सुबह राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द भी दशमेश गुरु के दरबार में मत्था टेक आशीष लेंगे। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर प्रशासनिक सुरक्षा के बीच जोर-शोर से तैयारियां अंतिम चरण में हैं। राष्ट्रपति के आने वाले मार्ग में दोनों तरफ बैरिकेडिंग की गई है।

इससे पहले भी तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में दो राष्ट्रपति गुरुघर में मत्था टेक चुके हैं। 2003 की एक जून को भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने मत्था टेक गुरुघर का आशीष प्राप्त किया। उसके बाद 2008 की 16 फरवरी को 12वीं राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने दशमेश गुरु के दरबार में मत्था टेका था।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व केंद्रीय मंत्री लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज, बूटा सिंह, रविशंकर प्रसाद, पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, अमरेंद्र सिंह पटना साहिब के दशमेश दरबार में मत्था टेक चुके हैं। 2017 के 350वें, 351 व 352वें प्रकाशोत्सव में सीएम नीतीश कुमार ने देश-विदेश की संगतों को विशेष सम्मान दिया। सीएम को गुरुघर में सर्वोच्च सम्मान दिया गया था।

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