पराली जलाने वाले किसानों पर एक्शन की तैयारी, सिवान में धान की खरीद नहीं करेगा सहकारिता विभाग

सिवान में पराली जलाने वाले किसानों पर एक्शन की तैयारी चल रही है। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों के धान की पैक्स के माध्यम से खरीद नहीं होगी। कृषि विभाग द्वारा सहकारिता विभाग को पराली जलाने वाले किसानों के नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर की सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी

By Rahul KumarEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:36 PM (IST)
पराली जलाने वाले किसानों पर एक्शन की तैयारी, सिवान में धान की खरीद नहीं करेगा सहकारिता विभाग
सिवान में पराली जलाने वालों किसानों पर होगा एक्शन। सांकेतिक तस्वीर

सिवान, जागरण संवाददाता।  पराली को जलाने से किसानों को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर प्रयास जारी है। इसको लेकर किसानों के बीच जागरुकता अभियान के साथ दंड के प्रावधान किए जा रहे हैं। पराली जलाने वाले किसानों को पहले तीन साल के लिए कृषि विभाग द्वारा दी जा रही योजनाओं के लाभ से वंचित किया जा रहा था। इस बार विभागीय स्तर पर नियम में बदलाव करने के लिए मसौदा तैयार किया गया है। फसल अवशेष जलाने वाले किसानों के धान की पैक्स के माध्यम से खरीद नहीं होगी। कृषि विभाग द्वारा सहकारिता विभाग को पराली जलाने वाले किसानों के नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर की सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि पैक्स अध्यक्ष को भी इन किसानों की जानकारी धान खरीदारी के पूर्व दी जा सके।

सहकारिता विभाग को भेजी जाएगी सूची

फसल क्षति का लाभ लेने वाले किसानों पर भी पैक्स के माध्यम से नजर रखी जाएगी। फसल क्षति का लाभ लेने वाले किसानों की सूची भी सहकारिता विभाग को भेजी जाएगी। जिन किसानों ने फसल क्षति का लाभ लिया है और अगर वे धान की बिक्री करते हैं तो उनकी भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी किसान की फसल का नुकसान हो गया है और उन्हें क्षति अनुदान भी दिया गया है तो वह धान की बिक्री नहीं कर सकते हैं।

पराली जलाने वाले किसानों पर सेटेलाइट से रखी जा रही नजर 

जानकारी के अनुसार खेत में ही फसल अवशेष जलाने वाले किसान किसी भी हालत में नहीं बच सकते हैं। सेटेलाइट के माध्यम से पराली जलने वाले खेतों पर नजर रखी जा रही है। जिन किसानों की पहचान होगी, उन्हें योजना से वंचित कर दिया गया है। साथ ही इनके धान की खरीद ना हो, इसके लिए सहकारिता विभाग को सूची भेजी जाएगी। जानकारी के अनुसार इस वर्ष में दो ऐसे किसानों को विभाग द्वारा चिह्नित किया गया है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी, जयराम पाल का कहना है कि, पराली जलाने वाले किसानों पर नजर रखते हुए कार्रवाई के लिए कड़ा रुख अपनाया जा रहा है। खासकर जिन क्षेत्रों में हार्वेस्टर से फसल की कटाई हो रही है। वहां विशेष नजर रखने का निर्देश संबंधित प्रखंड के अधिकारियों को दिया गया है।

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