प्रशांत किशोर बने JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कहा-विकास और बिहार के प्रति प्रतिबद्ध हूं

पिछले महीने 16 सितंबर को जदयू ज्वाइन करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है और उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 16 Oct 2018 12:48 PM (IST) Updated:Wed, 17 Oct 2018 10:02 AM (IST)
प्रशांत किशोर बने JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कहा-विकास और बिहार के प्रति प्रतिबद्ध हूं
प्रशांत किशोर बने JDU के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, कहा-विकास और बिहार के प्रति प्रतिबद्ध हूं

पटना [जेएनएन]। जदयू ने प्रशांत किशोर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर को जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने इसकी जानकारी दी और साथ ही उन्हें बधाई भी दी है। जदयू में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद रिक्त था और अब प्रशांत किशोर के रूप में पार्टी को नया उपाध्यक्ष मिल गया है।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने पर प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया और कहा कि मैं दिल से जदयू और पार्टी के नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं न्याय संग विकास और बिहार के प्रति प्रतिबद्ध हूं। 

बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपनी चुनावी राजनीतिक पारी का आगाज करते हुए पिछले 16 सितंबर को जदयू ज्वाइन कर लिया था और जदयू ज्वाइन करने के ठीक एक महीने के बाद उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।। प्रशांत किशोर के पार्टी ज्वाइन करने के बाद से ही कयास लग रहे थे कि उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और आज इसपर मुहर लग गई।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के साथ प्रशांत किशोर के अच्छे संबंध रहे हैं और शायद इसीलिए प्रशांत जदयू में सहज भी हैं। हालांकि, प्रशांत किशोर ने हैदराबाद के इंडियन बिजनेस स्कूल में एक कार्यक्रम में कहा था कि वे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह दोनों के संपर्क में हैं। इसके साथ ही इसी कार्यक्रम में उन्होंने किसी भी तरह की दलगत राजनीति में आने से साफ इनकार कर दिया था। लेकिन, इस बयान के ठीक एक हफ्ते बाद ही प्रशांत किशोर ने जेडीयू का दामन थाम सभी को चौंका दिया था।  

इसी तरह का निर्बद्ध लचीलापन शायद प्रशांत किशोर को नीतीश कुमार के ज्यादा करीब करता है। नीतीश कुमार की जेडीयू में जो हैं वो नीतीश ही हैं। नीतीश का विश्वास प्राप्त करने के बाद प्रशांत किशोर के सामने पार्टी में कोई चुनौती नहीं है। जेडीयू के साथ जुड़ने के बाद प्रशांत ने एनडीए खेमे में अपनी मौजूदगी दर्ज करा ली है।

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