बचत खाते पर चार फीसद ब्याज देता है डाकघर, केवल 500 रुपये लेकर आएं और खुलवाएं खाता
Savings Account in Post Office डाक विभाग में शुरू हुआ खाता खोलो अभियान पटना जीपीओ में कुल 128 लोगों का खुला नया खाता रेकरिंग डिपॉजिट खाता 100 और बचत खाता 500 रुपये से खोलें बैंक की अपेक्षा बचत खातों पर अधिक ब्याज देता है डाकघर
पटना, जेएनएन। डाक विभाग (Postal Department) की ओर से शुक्रवार को खाता खोलो अभियान (New Account Opening Campaign) शुरू किया गया। पहले दिन पटना जीपीओ (Patna GPO) में कुल 128 लोगों का नया खाता खोला गया। बिहार सर्कल (Bihar Circle) के मुख्य डाक महाध्यक्ष (Postmaster General) अनिल कुमार ने 15 दिसंबर तक इस अभियान को चलाने का निर्देश दिया है। अभियान के तहत पटना जीपीओ स्थित बचत शाखा हॉल में दो विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई है। साथ ही परिसर में एक जागरूकता काउंटर (Awareness Campaign) भी लगाया गया है।
बचत खाते पर चार फीसद ब्याज देता है डाकघर
पटना जीपीओ के चीफ पोस्ट मास्टर (Chief Postmaster General) रासबिहारी राम ने कहा कि यह महाबचत (Grand Saving) अभियान है। हर तरह के खाते खोले जा रहे हैं। बचत खाता महज 500 रुपये से खोला जा रहा है। इस पर चार फीसद ब्याज मिलेगा। चेक और एटीएम की भी सुविधा ग्राहक ले सकेंगे।
वरिष्ठ नागरिकों को मिल रहा 7.4 फीसद ब्याज
रेकरिंग डिपॉजिट खाता (recurring deposit) न्यूनतम 100 रुपये से खोला जा रहा है। इस पर 5.8 फीसद ब्याज मिलेगा। इसी तरह से एमआइएस खाते (MIS account) पर 6.6 फीसद, पीपीएफ (PPF account) पर 7.1 फीसद, वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen Account) खाते पर 7.4 फीसद, एनएससी (National Savings Certificate, NSC) पर 6.8 फीसद, केवीपी (Kisan Vikas Patra, KVP) पर 6.9 फीसद ब्याज दर निर्धारित है। इसी तरह से तीन साल के टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) पर 5.5 फीसद, पांच वर्ष के लिए टर्म डिपॉजिट पर 6.7 फीसद ब्याज दर उपलब्ध है।
10 साल से कम उम्र की बच्चियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना
उन्होंने कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Smridhi Yojana) के तहत 7.6 फीसद ब्याज मिल रहा है। यह 10 साल से कम उम्र की बच्चियों के लिए है। इस अवसर पर चीफ पोस्ट मास्टर रासबिहारी राम ने पटना जीपीओ से जुड़े सभी अभिकर्ताओं के (Postoffice agents) साथ एक बैठक भी की। उन्होंने सभी को अधिक से अधिक लोगों को अभियान से लाभान्वित करने का निर्देश दिया।