बिहार: उपचुनाव में सीटों की दावेदारी को ले दांव पर सियासी यारी, महागठबंधन की भी अग्निपरीक्षा

बिहार में उपचुनाव की तैयारियां शुरू हैं। दावेदारों का चयन नामांकन और प्रचार के लिए 20-25 दिनों का ही समय शेष है। इसे लेकर दोनों प्रमुख गठबंधनों की स्थिति पर डालते हैं नजर।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 22 Sep 2019 11:20 AM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 01:49 PM (IST)
बिहार: उपचुनाव में सीटों की दावेदारी को ले दांव पर सियासी यारी, महागठबंधन की भी अग्निपरीक्षा
बिहार: उपचुनाव में सीटों की दावेदारी को ले दांव पर सियासी यारी, महागठबंधन की भी अग्निपरीक्षा

पटना [अरविंद शर्मा]। लोकसभा चुनाव (Laok Sabha Election) में पांच विधायकों के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) की पांच सीटों पर उपचुनाव (By Election) की घोषणा हो गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) सांसद रामचंद्र पासवान (Ram Chandra Paswan) के निधन से खाली हुई समस्तीपुर संसदीय सीट पर भी साथ ही चुनाव होने हैं। सभी छह सीटों पर 21 अक्टूबर को वोट पड़ेंगे। तीन दिन बाद 24 अक्टूबर को परिणाम भी आ जाएंगे। उपचुनाव में सीटों की दावेदारी पर सियासी यारी दांव पर लगती दिख रही है। खास कर विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) की अग्निपरीक्षा तय है।

तैयारी के लिए वक्त बहुत कम

चुनाव आयोग के कार्यक्रम के हिसाब से चुनाव लडऩे को इच्छुक पार्टियों और प्रत्याशियों के पास तैयारी के लिए वक्त बहुत कम है। जाहिर है, दावेदारों का चयन, नामांकन और प्रचार के सारे काम 20-25 दिनों के भीतर पूरे करने हैं।

एनडीए में ज्यादा अगर-मगर नहीं

विधानसभा की खाली सीटों को लेकर राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) कुनबे में कोई ज्यादा अगर-मगर नहीं दिख रहा है, क्योंकि रिक्त पांच में से चार सीटों पर 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने कब्जा जमाया था। कांग्रेस (Congress) के कब्जे वाली किशनगंज विधानसभा की एक सीट का सामाजिक समीकरण ऐसा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) उसे लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं होगी। हालांकि, सियासत में सबकुछ पहले से तय नहीं होता।

असली परीक्षा तो विपक्षी महागठबंधन की

सीटों के बंटवारे के मसले पर असली परीक्षा तो विपक्षी महागठबंधन (Grand Alliance) की होनी है, जो फिलहाल चेहरे के संकट से जूझ रहा है। पहले भी घटक दलों के बीच का गतिरोध-प्रतिरोध पर्दे में नहीं रहा है। लोकसभा चुनाव में पांचों घटक दल अलग-अलग राह पर चल रहे थे। राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) ने चार सीटों पर दावा किया है। कांग्रेस (Congress) ने पहले से ही समस्तीपुर संसदीय सीट के अलावा विधानसभा की दो सीटों की मांग कर रखी है। कांग्रेस की एक आंतरिक बैठक 24 सितंबर को होने जा रही है। माना जा रहा है कि उसमें पार्टी अपनी मजबूत दावेदारी वाली सीटों का चयन कर लेगी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर के मुताबिक समस्तीपुर और किशनगंज पर कांग्रेस का दावा स्वाभाविक है।

हिंदुस्‍तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने अपनी दावेदारी वाली सीटें भी बता दी हैं। राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) की दावेदारी आनी अभी बाकी है।

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