बिहार विधानसभा में शराब की बोतल मिलने की जांच शुरू, सीसीटीवी फुटेज में दिखा संदिग्ध आखिर कौन?
बिहार विधानसभा कैंपस में स्टाफ बाइक पार्किंग से दक्षिण कूड़ा रखा था। कूड़े में ही शराब की तीन खाली बोतलें और दो टेट्रा पैक मिले थे। उन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया। पुलिस अब इसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजेगी ताकि पता चल सके कि बोतलें कितनी पुरानी हैं।
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार विधानसभा परिसर में शराब की खाली बोतलें और टेट्रा पैक मिलने के मामले में पुलिस को एक अहम क्लू मिला है। बताया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध को देखा गया है। हालांकि अभी पुलिस इस बारे में कुछ भी कहने से परहेज कर रही है। पुलिस अभी उस संदिग्ध की पहचान शायद नहीं कर सकी है। इसके साथ ही संदिग्ध की इस मामले में संलिप्तता के बाबत भी कोई ठोस सुबूत जुटाना मिलना बाकी है। दरअसल, यह बात सामने आई थी कि जिस जगह शराब की बोतलें पड़ी मिली थीं, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। इससे पक्के तौर पर यह पता लगाना काफी मुश्किल है कि बोतलें वहां वास्तव में किसने और कब रखीं।
आपको बता दें कि मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर में शराब की बोतलें मिलने पर काफी सियासी बवाल हुआ था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन के अंदर कहा था कि यह बहुत गंभीर मामला है और इसमें कार्रवाई जरूर होगी। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी ने घटनास्थल का मुआयना किया था। बुधवार को सचिवालय थानें में थानाध्यक्ष सीपी गुप्ता के बयान पर इसकी प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मिली जानकारी के अनुसार परिसर में स्टाफ बाइक की पार्किंग से सटे एक जगह कचरे के ढेर में शराब की तीन खाली बोतलें और तीन टेट्रा पैक बरामद किए गए थे।
पुनपुन में चार शराब तस्कर गिरफ्तार
पिपरा थाना के दो गांवों में छापेमारी कर पुलिस ने चार शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। चारों पर विभिन्न थानों में मामला दर्ज है। पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व बुटीचक व राजघाट नवादा मुसहरी में छापेमारी की थी। बुटीचक गांव के छोटे मांझी व बिगन मांझी व राजघाट नवादा मुसहरी में जितेंद मांझी व राजू मांझी के घर से पुलिस ने काफी मात्रा में जमीन से शराब बरामद की थी।