सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ पुलिस महकमा चलाएगा अभियान

अब पुलिस अभियान चलाकर सामाजिक कुरीतियों को दूर करेगी। इसकी रूप रेखा तैयार कर ली गई है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 05:40 PM (IST) Updated:Thu, 21 Feb 2019 05:40 PM (IST)
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ पुलिस महकमा चलाएगा अभियान
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ पुलिस महकमा चलाएगा अभियान

पटना, जेेएनएन। अब पुलिस का काम केवल अपराधियों को पकड़ना ही नहीं होगा। लोगों को जागरुक करने को भी पुलिस आगे बढ़ेगी। अभियान चलाकर समाजिक कुरीतियों पर भी जवान प्रहार करेंगे। इसके लिए पुलिस महकमा 22 से 27 फरवरी के बीच पुलिस सप्ताह मनाएगा। इस बार मुख्य थीम साइबर अपराध रोकने से संबंधित जागरूकता अभियान, महिला सुरक्षा, लैंगिक संवेदीकरण और कानून-व्यवस्था होगी।

नुक्कड़ नाटक के साथ होगी रैली

इसके साथ ही बाल विवाह, दहेज विरोधी और नशाबंदी अभियान से जुड़े मुद्दों पर जन जागरूकता फैलाने के लिए कई स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान अलग-अलग स्थानों पर नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैली, स्कूली बच्चों की पेंटिंग प्रतियोगिता जैसे अन्य कार्यक्रम शामिल हैं। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन जवाहर लाल रोड, सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय परिसर में होगा।

22 फरवरी को होगा उद्घाटन

छह दिवसीय समारोह का 22 फरवरी को मुख्य सचिव दीपक कुमार और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय उद्घाटन करेंगे। पुलिस सप्ताह पर श्रेष्ठ कार्य करने वाले 1043 पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। यही नहीं, डीजीपी, पुलिस के मददगार सात सामान्य नागरिक को भी सम्मानित करेंगे। पटना जिले के पुलिस कर्मियों में सर्वाधिक 25 लाख रुपये की राशि बंटेगी।

महिला सुरक्षा, दहेज और बाल विवाह के विरोध में पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ आम लोगों को भी जागरूक करने से जुड़े कई कार्यक्रमों की रूप-रेखा तैयार की गयी है। पुलिस सप्ताह के लिए नोडल अधिकारी एडीजी सीआइडी विनय कुमार को बनाया गया है। विनय कुमार की देखरेख में सभी कार्यक्रमों की अंतिम रूपरेखा तैयार की जा रही है।

पुलिस सप्ताह के दौरान तय किए गए कार्यक्रम सभी जिलों में भी आयोजित कराए जाएंगे। इस दौरान छह अलग-अलग विषयों पर मंथन भी किया जाएगा। इसमें सभी रैंक के पुलिस कर्मी शामिल होंगे। इसमें इंस्ट्रक्टर या रिसोर्स पर्सन की भूमिका में पुलिस महकमा के आला अधिकारियों के अलावा दूसरे राज्यों से आए कुछ विषयों के विशेषज्ञ होंगे। जिन विषयों पर पुलिस कर्मी मंथन करेंगे, उनमें साइबर क्राइम, आतंकवाद, वीवीआइपी सुरक्षा, वैज्ञानिक अनुसंधान और मानव संसाधन प्रबंधन शामिल हैं।

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