दहेज में मांगा था 20 लाख कैश और एक एसयूवी गाड़ी, भांडा फूटा तो पहुंच गया ससुराल

खुद को सचिवालयकर्मी बताकर शादी में बीस लाख दहेज और एक एसयूवी कार मांगने वाले धोखेबाज युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लड़की के परिजनों को शक था तो पता लगाया। जानिए....

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 02:37 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 04:02 PM (IST)
दहेज में मांगा था 20 लाख कैश और एक एसयूवी गाड़ी, भांडा फूटा तो पहुंच गया ससुराल
दहेज में मांगा था 20 लाख कैश और एक एसयूवी गाड़ी, भांडा फूटा तो पहुंच गया ससुराल

 पटना, जेएनएन। खुद को सचिवालय कर्मी बताकर धोखा देकर शादी रचाने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। युवक बांका जिले के तिलकवाड़ का रहने वाला है और उसका नाम शिवशंकर सिंह तोमर है जो खुद को सचिवालय सहायक बताकर जमालपुर की एक लड़की से शादी रचाने जा रहा था।

उसने 17 फरवरी को जमालपुर में ही लड़की से सगाई कर ली थी और दहेज में 20 लाख नकद और एसयूवी गाड़ी की मांग की थी जो लड़कीवाले देने को तैयार थे। लेकिन लड़कीवालों को उसकी कुछ बातों से शक हुआ तो उन्होंने लड़के के बारे में पता लगाना शुरू किया और तहकीकात करने सचिवालय पहुंच गए।

लड़की के मामा और परिवार के अन्य लोग जब सचिवालय पहुंचे तो वहां के अधिकारियों ने शिवशंकर को पहचानने से भी इनकार कर दिया और कहा कि इस नाम का कोई भी शख्स यहां काम नहीं करता।

इतना सुनना था कि लड़की वालों ने शिवशंकर को धर दबोचा और उसे लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंचे। लड़की के मामा के बयान पर सचिवालय थाने में शिवशंकर के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया गया। एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि लड़के ने गलत काम किया है और उसपर कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

लड़की के मामा ने बताया कि हमलोग पहले भी पता करने गए थे। तब यह हमलोगों से उद्योग विभाग में ही मिला था और अपने एक दोस्त से भी मिलवाया था। शिवशंकर ने कहा कि जब लड़की वाले हमसे मिलने आते थे, हम अपने दोस्त के टेबल पर जाकर बैठ जाते थे।

उसने बताया कि मेरे कुछ मित्रों का चयन हाल ही में सचिवालय में हुआ है। उसी का फायदा उठाकर हम शादी करना चाह रहे थे। वहीं लड़की के मामा ने कहा कि इंगेजमेंट के बाद हमने रिजल्ट चेक किया और सूची का मिलान किया। नवंबर में 316 लड़कों की ज्वाइनिंग हुई थी। रिजल्ट में शिवशंकर का नाम नहीं था।

लड़की के मामा ने बताया कि शिवशंकर की बातों पर शक होने के बाद हमलोग पटना पहुंच गए। पटना आने के बाद उसे फोन किया तो उसने कहा कि ऑफिस में है। लड़की वाले सचिवालय स्थित उद्योग विभाग के दफ्तर पहुंच गए। शिवशंकर भी साथ में था।

शिवशंकर ने लड़की वालों से कहा था कि उसकी पोस्टिंग उद्योग विभाग में ही है। वहां अधिकारियों ने शिवशंकर को अपना कर्मी बताने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसने खुद को फूड डिपार्टमेंट का कर्मी बताया तो लड़की वाले उसे लेकर संबंधित विभाग में चले गए। वहां भी उसकी झूठ पकड़ी गई।

लड़की वाले जल संसाधन, राजस्व सहित कई दफ्तरों में जाने के बाद आश्वस्त हो गए कि लड़के ने झूठ बोला है। इसके बाद वे लोग पुलिस के पास पहुंचे।

लड़की के मामा ने बताया कि शिवशंकर ने अपने परिवार वालों और गांव वालों से भी झूठ बोला है। उसने अपने फेसबुक पेज व घर के बाहर नेमप्लेट पर लिखा है कि वह असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर, सचिवालय। उसकी धोखाधड़ी शादी से पहले ही पता चल गई नहीं तो लड़की का क्या होता??

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