पीएमसीएच को तीन तोहफे मिलेंगे 23 को

राज्य के बड़े अस्पतालों में शुमार पटना मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (पीएमसीएच) के लिए 23 जनवरी सौगात भरा होगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 01:37 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 01:37 AM (IST)
पीएमसीएच को तीन तोहफे मिलेंगे 23 को
पीएमसीएच को तीन तोहफे मिलेंगे 23 को

पटना । राज्य के बड़े अस्पतालों में शुमार पटना मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (पीएमसीएच) के लिए 23 जनवरी का दिन ऐतिहासिक होने जा रहा है। इस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे 54 सौ बेड का अस्पताल बनाने के लिए शिलान्यास सह भूमि पूजन करेंगे। इसके अलावा कारगिल चौक से एनआइटी मोड़ तक एलिवेटेड सड़क और टेलीमेडिसिन सेवा शुरू करने के लिए केंद्र का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम निर्धारित होने की सूचना मिलते ही बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत पीएमसीएच पहुंचे और दो घंटे से अधिक समय रहकर तमाम तैयारियों की समीक्षा की। इसके साथ ही अधीक्षक कार्यालय के सामने स्थित मैदान में टेंट आदि लगाने का कार्य भी शुरू हो गया है। प्रधान सचिव के साथ बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार झा और अन्य अधिकारी भी थे। शिलान्यास, भूमि पूजन आदि सभी कार्यक्रमों की तैयारी बीएमएसआइसीएल की देखरेख में की जा रही है।

प्रधान सचिव ने 54 सौ बेड के लिए बनने वाले जी प्लस सेवन मंजिला निर्माण के लिए टूटने वाले भवनों का निरीक्षण किया। पीएमसीएच के अधिकारियों की सहमति से पहले चरण में कॉटेज वार्ड, नर्सिंग कॉलेज व हॉस्टल, अधीक्षक और उपाधीक्षक आवास तोड़ने का निर्णय लिया गया है। बताते चलें कि इन भवनों को तोड़ने से इलाज कार्य प्रभावित नहीं होगा।

54 सौ बेड का अस्पताल होने के फायदे : वर्तमान में पीएमसीएच में 1675 बेड हैं, जो रोगियों की संख्या को देखते हुए अक्सर कम पड़ते हैं। गंभीर रोग से पीड़ित गरीबों के लिए बेहतर उपचार का एकमात्र विश्वसनीय अस्पताल होने के कारण यहा की व्यवस्थाएं उच्चस्तरीय की जानी है लेकिन जगह की कमी आड़े आ रही थी। नए भवन में करीब 3725 बेड होंगे।

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पीएमसीएच के रास्ते में नहीं लगेगा जाम : पीएमसीएच में उत्तर प्रदेश, झारखंड से लेकर उत्तर-पूर्वी राज्यों से बड़ी संख्या में गंभीर रोगी आते हैं। इन लोगों की एंबुलेंस को कारगिल चौक से आने में घंटों समय लगता है। इससे निजात दिलाने के लिए कारगिल चौक से एनआइटी मोड़ तक एलिवेटेड सड़क बनाकर उसे दो जगह पीएमसीएच में उतारा जाएगा। इसके अलावा गंगा मरीन ड्राइव बनने के बाद उससे भी 60 फीट की सड़क पीएमसीएच में उतारी जाएगी।

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कई जिलों के रोगियों का घर बैठे इलाज करेंगे यहां से विशेषज्ञ :

गांवों-प्रखंडों के मरीजों को पीएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श दिलाने के लिए संजीवन सेवा के तहत टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की जा रही है। इसी के तहत पीएमसीएच में टेलीमेडिसिन सेवा केंद्र का शुभारंभ किया जा रहा है।

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