पीएमसीएच में बड़ी लापरवाही पर आज मिल सकती जांच रिपोर्ट, जिंदा मरीज को मृत करार देने का मामला

पीएमसीएच में जीवित मरीज को मृत बता दूसरे का शव सौंपने के मामले की जांच जारी जांच कमेटी के समक्ष बर्खास्त हेल्थ मैनेजर अंजली ने रखा पक्ष खुद को बताया बेगुनाह कमेटी बुधवार को अधीक्षक को सौंप सकती है अपनी रिपोर्ट ---------

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 12:43 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 12:43 PM (IST)
पीएमसीएच में बड़ी लापरवाही पर आज मिल सकती जांच रिपोर्ट, जिंदा मरीज को मृत करार देने का मामला
पीएमसीएच में मामले की जांच के लिए गठित हुई है कमेटी। फाइल फोटो

पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Coronavirus Update News: बिहार के सबसे बड़े अस्‍पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्‍प‍िटल में इलाज करा रहे शख्‍स को मृत बताकर उसके परिवार को किसी अन्‍य शख्‍स का शव सौंपे जाने के मामले में जांच शुरू गई है। इस मामले में पीएमसीएच प्रबंधन की ओर से गठित जांच टीम के सामने मंगलवार को मामले में बर्खास्त हेल्थ मैनेजर ने अपना पक्ष रखा। हेल्‍थ मैनेजर ने कहा कि बगैर उन्‍हें जवाब देने का मौका दिए बर्खास्‍त कर दिया गया। उन्‍होंने खुद को निर्दोष बताया। इस पर कमेटी ने विचार करने की बात कही है। पीएमसीएच का यह मामला काफी तूल पकड़ा था, जिसके बाद पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने तत्‍काल जांच शुरू करने का निर्देश दिया था।

शिशु विभाग के अध्‍यक्ष को बनाया गया है कमेटी का अध्‍यक्ष

पीएमसीएच शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. एके जायसवाल को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। तीन दिन दिन पहले इस अस्‍पताल में जीवित मरीज को मृत बताकर उसकी पत्‍नी को दूसरे कोरोना संक्रमित मरीज का शव सौंप दिया गया था। अंतिम संस्‍कार के समय पत्नी ने चेहरा देखने की जिद कर दी तो उसे पता चला कि शव किसी और का है। इसके बाद डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पीएमसीएच प्रशासन को जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने का निर्देश पीएमसीएच प्रशासन को दिया था।

आज रिपोर्ट सौंप सकती है कमेटी

मामला तूल पकड़ते देखकर आनन-फानन में पीएमसीएच प्रशासन ने हेल्थ मैनेजर अंजली को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद जांच कमेटी का गठन किया था। कमेटी में एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष  डॉ. विनोद कश्यप और मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. कौशलेंद्र कुमार भी शामिल हैं। उनके समक्ष अंजली ने अपने को निर्दाेष बताया और उसपर हुई कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया। जांच कमेटी ने उसके पक्ष को सुना और उसपर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया। कमेटी बुधवार को अपनी रिपोर्ट अधीक्षक को सौंप सकती है।

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