पीएमसीएच के छात्रों को विदेशों में नहीं देनी पड़ती थी प्रवेश परीक्षा
प्रदेश ही नहीं देश के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में एकहै पीएमसीएच ।
पटना । प्रदेश ही नहीं देश के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में एक पीएमसीएच (पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल) की स्थापना 1925 में हुई थी। उस समय इसे 'प्रिंस ऑफ वेल्स मेडिकल कॉलेज' के नाम से जाना जाता था। पीएमसीएच के पुरा छात्रों ने देश ही नहीं विदेशों में भी अपनी मेधा का परचम लहराया है। उस समय इस कॉलेज का इतना सम्मान था कि उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले यहां के छात्रों को प्रवेश परीक्षा नहीं देनी पड़ती थी। यहां के छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा के ही प्रवेश दे दिया जाता था। यहां के पूर्ववर्ती छात्र और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री रहे डॉ. विधान चंद्र राय की ही स्मृति में एक जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे बनाया जाता है। उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया है।
पद्मश्री प्रोफेसर डॉ. एसएन आर्या ने बताया कि पीएमसीएच से एमबीबीएस करने के बाद 1970 में वे एमआरसीपी (मेंबर ऑफ रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियंस) करने लंदन गए थे। उस समय वहा के छात्रों को परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही इस पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलता था। इसके विपरीत पीएमसीएच के छात्रों को बिना परीक्षा ही एमआरसीपी में प्रवेश दे दिया जाता था। विश्वव्यापी बदलाव के बाद 1975 से एमआरसीपी में सभी के लिए प्रवेश परीक्षा अनिवार्य कर दी गई।
वहीं, पीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. गौरी शकर सिंह ने बताया कि वह 1976 के अगस्त में एमआरसीपी करने लंदन गए थे। उस समय एक माह तक क्लिनिकल अटैचमेंट में रहने के बाद प्रवेश परीक्षा देनी होती थी। इसके बाद ही एमआरसीपी पाठ्यक्रम में प्रवेश मिलता था।
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: पीएमसीएच के 11 डॉक्टरों को मिल चुका पद्मश्री :
पीएमसीएच के 11 पूर्ववर्ती छात्रों को चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्मश्री सम्मान मिल चुका है। अब तक डॉ. एसएन आर्या, डॉ. सीपी ठाकुर, डॉ. नरेंद्र कुमार पाडेय, डॉ. गोपाल प्रसाद सिन्हा, डॉ. विजय प्रकाश, डॉ. दुखन राम, डॉ. रंजीत राय चौधरी, डॉ. आनंदा प्रसाद, डॉ. एलएनएस प्रसाद, डॉ. शिशु पाल राम, डॉ. दिलीप कुमार सिंह पद्मश्री से सम्मानित हो चुके हैं।
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: आज स्वास्थ्य मंत्री करेंगे स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन :
जागरण संवाददाता, पटना : पीएमसीएच 25 फरवरी को अपना 96वां स्थापना दिवस समारोह मना रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर इसका उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर पीएमसीएच चार पुरा छात्रों 91 वर्षीय डॉ. वीपी सिंह, आइएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, कोरोना काल में बेहतर प्रबंधन करने वाली सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह और पीएमसीएच के पूर्व प्राचार्य डॉ. अमरकांत झा अमर को सम्मानित करेगा। मौके पर 51 मेडिकल व नर्सिग के छात्रों को गोल्ड मेडल देने के साथ डॉ. बीडी प्रसाद की किताब का विमोचन किया जाएगा।