दो माह पूर्व बेंगलुरु से लखनऊ में आया था पीके, तीन करीबी सहित आठ की तलाश
मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट में सेंध लगाने वाले साल्वर गैंग का सरगना पीके उर्फ नीलेश सिंह दो माह पूर्व बेंगलुरु से लखनऊ आया था। वहां एक होटल में साल्वर और सेट अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी। पीके के तीन करीबी हैं जो दिल्ली जयपुर और बेंगलुरु में रहते हैं।
पटना । मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट में सेंध लगाने वाले साल्वर गैंग का सरगना पीके उर्फ नीलेश सिंह दो माह पूर्व बेंगलुरु से लखनऊ आया था। वहां एक होटल में साल्वर और सेट अभ्यर्थियों से मुलाकात की थी। पीके के तीन करीबी हैं, जो दिल्ली, जयपुर और बेंगलुरु में रहते हैं। डेढ़ साल पूर्व बोरिग रोड स्थित अपार्टमेंट से अतुल वत्स गिरोह के आधा दर्जन एजेंट व साल्वर की गिरफ्तारी के बाद पीके पटना छोड़ दिया।
पहचान और नाम उजागर होने के डर से वह बेंगलुरु में शिफ्ट हो गया, जबकि पटना के पाटलिपुत्र स्थित मकान में कभी कबार आता था। उसके पास तीन से अधिक लग्जरी गाड़ियां हैं, जिनमें दो हाल में खरीदी है। इनमें एक किसी और के नाम पर है। वह इन गाड़ियों का इस्तेमाल सिर्फ साल्वर और एजेंट को घुमाने के लिए करता था।
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यूजी से अधिक पीजी के लिए
सेट करता है अभ्यर्थी
पीके के गिरोह में जहानाबाद, छपरा, गया के चार लोग हैं, जबकि अन्य बेंगलुरु, भुवनेश्वर, जयपुर, बनारस, लखनऊ और दिल्ली में बैठे हैं। पीके की तस्वीर, नाम और पता के साथ ही तीन अन्य साथियों के बारे में यूपी की क्राइम ब्रांच टीम सूचना जुटा ली है, लेकिन साल्वर की गिरफ्तारी के बाद से ही वह अंडरग्राउंड हो गया है। पीके नीट यूजी और पीजी के लिए सेट अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलता था। गिरोह सबसे अधिक पीजी के लिए मेडिकल छात्रों से सेटिंग करता था। पीके के संपर्क में कई आनलाइन सेंटर भी है। यूपी, बिहार, राजस्थान में भी पीके और उसके साथी कई आनलाइन सेंटर में सेटिंग करते थे। हालांकि पेपर में इनका कहीं नाम नहीं रहता है, ज्यादातर मीटिंग होटल में होती है। पीजी के लिए गिरोह एक बार में 30 से अधिक मेडिकल छात्रों की सेटिंग करता था और 50 लाख रुपये से अधिक वसूली करता था।
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बेंगलुरु और जयपुर से होती
थी अभ्यर्थियों की सेटिंग
नीट यूजी के लिए पीके अपने सात से आठ साथियों के संपर्क में रहता था, जो बेंगलुरु, राजस्थान, दिल्ली, यूपी और बिहार में बैठे हैं। सेटिंग का खेल बेंगलुरु और जयपुर में ही होता था। पटना में वह एसकेपुरी, बुद्धा कालोनी और पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में स्थित दो से तीन कैफे में आता जाता था। यूपी की क्राइम ब्रांच दो कैफे में भी गई थी, जहां के कर्मियों को तस्वीर दिखाकर पीके और उसके साथ आने जाने वाल साथियों के बारे में भी पूछताछ की। हालांकि, कुछ विशेष जानकारी नहीं मिली।
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दीघा, दानापुर, बहादुरपुर
और छपरा में दबिश्र
यूपी की क्राइम ब्रांच के साथ ही पटना पुलिस पीके के तीन करीबियों की तलाश में दानापुर में भी दबिश दी। इसके लिए पाटलिपुत्र, दीघा, बहादुरपुर और छपरा में भी छापेमारी कर चुकी है। इनके कई करीबियों का नंबर भी पुलिस के हाथ लगा है। उन मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच की जा रही है।