कोरोना के साथ बिहार में पिंक वायरस ने बढ़ा दी है परेशानी, कई लोग हो चुके हैं शिकार

बिहारवासियों के लिए इनदिनों परेशानी थोड़ी बढ़ गई है। बाहर निकलने पर कोरोना वायरस का खतरा है तो घर के अंदर भी परेशानी कम नहीं है। राज्य के लोग पिंक वायरस से परेशान हैं। चंद सेकेंड में मोबाइल पर आया एक मैसेज परेशानी बढ़ा दे रहा है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:39 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:39 AM (IST)
कोरोना के साथ बिहार में पिंक वायरस ने बढ़ा दी है परेशानी, कई लोग हो चुके हैं शिकार
बिहार को पिंक वायरस ने कर दिया है परेशान। प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, बक्सर: कोरोना के साथ बिहार के लोगों को साइबर वायरस ने परेशान कर रखा है। इसका नाम है पिंक वायरस। कुछ वाट्सऐप ग्रुप पर आए वाट्सऐप पिंक नामक ऐसे ही एक लिंक को क्लिक करने के बाद कई लोग अपने पर्सनल डाटा को खोने के साथ अकाउंट खाली कर चुके हैं। वाट्सऐप पिंक के नाम से नए फीचर्स से युक्त वाट्सऐप को डाउनलोड करने के लिए एक लिंक किसी ग्रुप में आया हुआ था। लिंक पर क्लिक करते ही मोबाइल कुछ देर के लिए हैक हो जा रहा था। यह शिकायत बिहार के कई जिलों के लोगों से मिल रही है।

अचानक आ गया खाते से पैसे निकलने का मैसेज

नगर के रहने वाले रोहित ओझा नामक एक युवक ने जैसे ही इस लिंक को ओपन किया वैसे ही मैसेज आसपास के ग्रुप में ऑटोमेटिक फॉरवर्ड होने लगा। बार-बार डिलीट फॉर एवरीवन करने के बावजूद यह लिंक विभिन्न ग्रुप में फॉरवर्ड होता रहा। इस बीच उनके खाते से पैसे निकलने का मैसेज आ गया। ऐसा ही कुछ मोबाइल के बड़े ब्रांड के कारोबारी प्रमोद अग्रवाल के साथ हुआ। जैसे ही उन्होंने लिंक ओपन किया उनका मोबाइल हैक हो गया और स्वत: मैसेज फॉरवर्ड होने लगा। 

सारे कांटेक्ट हो जा रहे क्लीयर

साइबर जानकार विशाल पांडेय बताते है कि यह लिंक एक वायरस है जिस पर क्लिक करते ही यह ओपन होता है और उसके बाद सभी कांटेक्ट कब्जे में ले लेता है। इतना ही नहीं सभी वाट्सऐप ग्रुप में यह तेजी से फैलने लग रहा है कई लोगों ने तो मोबाइल के कांटेक्ट लिस्ट तथा वाट्सऐप के चैट क्लियर हो जाने की भी शिकायत की है। उन्होंने बताया कि इस तरह के प्रमोशनल लिंक से बचने की जरूरत है साइबर फ्रॉड करने वाले लोग इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। वह इस तरह के लिंक से वाट्सऐप क्लोन बना कर फ्रॉड करते हैं।

अकॉउंट में लगा रहे सेंध

इस तरह के लिंक से आपका डेटा चोरी हो सकता है। साथ ही अकाउंट में भी ये लोग सेंध लगा सकते हैं। उन्होंने कहा से बचाव का उपाय है कि नेट को बंद कर सभी लिंक को डिलीट फॉर एवरीवन कर दिया जाए अथवा वाट्सऐप को अनइंस्टाल कर फिर से इंस्टॉल किया जाए।

मोबाइल में ज्यादा समय देने पर आ रहे झांसे में

सदर अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने बताया कि आजकल की भागदौड़ के जीवन में लोग अपनों से दूर हो गए हैं। मोबाइल पर ज्यादा समय देने वाले युवा इस तरह के झांसे में जल्दी फंस जाते हैं। इससे बचने की जरूरत है, जिससे कि अपना और समाज दोनों का कल्याण हो सके।

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