स्पुतनिक की दूसरी डोज के लिए लोग परेशान
रूस की वैक्सीन जल्द उपलब्ध होने की उम्मीद है।
पटना । सरकार द्वारा निश्शुल्क मिल रही कोविशील्ड व कोवैक्सीन के बजाय पैसे देकर रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक लगवाने वाले आजकल दूसरी डोज के लिए परेशान हैं। 15 दिन से वैक्सीन नहीं होने के कारण लोग अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं। पूर्व में उन्हें 16 अगस्त से स्पुतनिक की दूसरी डोज देने की बात कही गई थी। बाद में 20 तक आने की बात कही गई और अब 26 अगस्त तक उपलब्ध होने की उम्मीद जताई जा रही है।
92 फीसद प्रभावशीलता
के कारण लोगों ने अपनाया
सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविशील्ड और कोवैक्सीन की डोज निश्शुल्क दी जा रही है। अध्ययन के अनुसार बताया गया कि इन दोनों वैक्सीन की तुलना में रूस निर्मित स्पुतनिक वैक्सीन 92 फीसद तक प्रभावकारी है। यही कारण है कि जब राजधानी पटना के जयप्रभा मेदांता अस्पताल में टीकाकरण शुरू हुआ तो बड़ी संख्या में लोग इसे लगवाने पहुंच गए। अस्पताल प्रबंधन ने पहली खेप में 600 डोज मंगवाई थी। ये तीन दिन में ही खत्म हो गई। इसके बाद छह हजार डोज और मंगवाई गईं वे भी खत्म हो गईं। इसके बाद से अस्पताल प्रबंधन प्रयासरत हैं, लेकिन अभी तक वैक्सीन नहीं मिल सकी है।
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देश में नहीं बनना
कमी का कारण
जयप्रभा मेदांता के एसोसिएट मेडिकल डायरेक्टर डा. रविशंकर सिंह ने बताया कि देश में स्पुतनिक वैक्सीन की आपूर्ति करने वाली डा. रेड्डी कंपनी अभी खुद निर्माण नहीं कर रही है। वह रूस से वैक्सीन आने का इंतजार कर रही है। यही कारण है कि वैक्सीन मिलने में देर हो रही है। वहीं रूबन मेमोरियल के प्रबंध निदेशक डा. सत्यजीत सिंह ने बताया कि इस सप्ताह के मध्य तक स्पुतनिक वैक्सीन आने की संभावना है। इसके बाद रूबन मेमोरियल में भी स्पुतनिक से टीकाकरण किया जाएगा।