सौभाग्य योग में बिहार के लोग मना रहे सावन की पहली सोमवारी, इस मुहूर्त में पूजा से मिलेगा विशेष फल

Sawan 2021 भगवान भोलेनाथ की पूजा में दूध तथा गंगाजल से अभिषेक व बेलपत्र अर्पण करने से श्रद्धालुओं के समस्त दोष समाप्त हो जाते हैं। महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र के साथ अभिषेक-पूजन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 08:18 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 08:18 AM (IST)
सौभाग्य योग में बिहार के लोग मना रहे सावन की पहली सोमवारी, इस मुहूर्त में पूजा से मिलेगा विशेष फल
बिहार में प्रतिबंधों के बीच मन रही सावन की सोमवारी। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Sawan 2021: भगवान शिव का प्रिय माह सावन रविवार से आरंभ हो गया। माह की पहली सोमवारी व्रत आज सौभाग्य योग में मनाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण बिहार के सभी प्रमुख शिवालय शिव भक्तों के लिए बंद हैं, ऐसे में श्रद्धालु अपने घरों में ही पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना कर कृपा प्राप्त कर सकते हैं। पटना के ज्योतिष आचार्य राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि प्रथम सोमवारी धनिष्ठा नक्षत्र एवं सौभाग्य योग में होने से पुण्यकारी और फलदायी है। भगवान भोलेनाथ की पूजा में दूध तथा गंगाजल से अभिषेक व बेलपत्र अर्पण करने से श्रद्धालुओं के समस्त दोष समाप्त हो जाते हैं। महामृत्युंजय और गायत्री मंत्र के साथ अभिषेक-पूजन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

दूसरे व चौथे सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग

सावन मास की दूसरी एवं चौथी सोमवारी को सर्वार्थ सिद्धि योग विद्यमान रहेगा। शुक्ल पक्ष में अष्टमी-नवमी एक दिन होने से इस बार सावन 29 दिनों का होगा। 

शिव को करें अर्पित

दीर्घायु : अकावन की फूल अर्पित करें।  सुख प्राप्ति : हरसिंगार का पुष्प अर्पित करें। शत्रु नाश : घी, सरसो तेल से अभिषेक करें।  लक्ष्मी प्राप्ति : दूध व ईख रस से अभिषेक करें।   मोक्ष प्राप्ति : आक, अलसी या समीपत्र अर्पित करें।

प्रमुख मंदिरों में लटका है ताला

सरकार की ओर से भी धार्मिक स्‍थलों को खोले जाने पर रोक लगाए जाने की वजह से राज्‍य के सभी बड़े मंदिर और शिवालय फिलहाल बंद हैं। सुल्‍तानगंज से निकलने वाली कांवर यात्रा लगातार दूसरे साल नहीं शुरू हुई। कांवर यात्रा के मार्ग पर पूरी तरह सन्‍नाटा पसरा है। बक्‍सर के रामेश्‍वर नाथ मंदिर, ब्रहृमपुर के ब्रह्मेश्‍वर नाथ मंदिर, सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर, मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर सहित शहरी इलाकों के मंदिरों में आम श्रद्धालुओं के लिए ताला लगा है। ग्रामीण इलाकों में प्रशासन की उतनी सख्‍ती नहीं होने से लोग मंदिरों में भी पूजा-अर्चना कर रहे हैं। हालांकि सरकार और प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए लोगों से घरों में ही पूजा करने की अपील की है।

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