पटना में लोगों को पसंद आ रहा डीजल-पेट्रोल का सस्ता विकल्प, 40 फीसद तक कम है कीमत
पटना जिले में तीस हजार किलो पर पहुंची सीएनजी की खपत 21 हजार किलो थी जनवरी में सीएनजी की खपत 23 हजार किलो पर पहुंच गई जून में औसतन प्रतिदिन की खपत पटना जिले में आठ सीएनजी स्टेशन ही काम कर रहे
पटना, जागरण संवाददाता। पटना में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (Compressed Natural Gas) की खपत में भारी वृद्धि देखने को मिल रही है। 20 जुलाई को पटना जिले में 30 हजार किलो सीएनजी की खपत हुई, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। साल के शुरुआती महीनों की तुलना में सीएनजी (CNG) की खपत में लगभग ड्योढ़ा वृद्धि देखने को मिल रही है। जनवरी में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) की खपत 21 हजार किलो थी। इसके बाद के महीनों में कोविड और लाकडाउन की वजह से सीएनजी की बिक्री में गिरावट आई, लेकिन जून में औसतन प्रतिदिन की खपत 23 हजार किलो पर पहुंच गई।
जनवरी की तुलना में प्रतिदिन नौ हजार किलो अधिक खपत
गेल सूत्रों ने कहा कि 20 जुलाई को पटना जिले में सीएनजी की 30 हजार किलो पर पहुंच गई। जनवरी की तुलना में प्रतिदिन के हिसाब से नौ हजार किलो सीएनजी की खपत में वृद्धि देखने को मिली। आंकड़ों में घटबढ़ बिक्री के अनुसार होता रहता है लेकिन माह का औसत भी बढ़ा है। यह 26 हजार किलो के आसपास है।
सीएनजी अभी 61.90 रुपये प्रति किलो
अधिकृत सूत्रों का कहना है कि फिलहाल पटना जिले में आठ सीएनजी स्टेशन ही काम कर रहे हैं। स्टेशनों की संख्या बढऩे के साथ सीएनजी की खपत में और वृद्धि होगी। वजह यह है कि अब अधिकांश वाहन सीएनजी चालित ही निकल रहे हैं। सीएनजी अभी 61.90 रुपये प्रति किलो मिल रहा है, जो डीजल की तुलना में लगभग 34 रुपये कम है। इस वजह से ईंधन में काफी बचत हो रही है। यह ईंधन पर्यावरण के भी अनुकूल है।
अगस्त में खुलेंगे तीन और सीएनजी स्टेशन
अगस्त में ही पटना जिले में तीन और सीएनजी स्टेशन खुलने वाले हैं। अनुमान है कि अगस्त में सीएनजी की प्रतिदिन की खपत भी 35 से 40 हजार रुपये किलो के बीच पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।