बिहार में लगातार बारिश से बाढ़ वाले इलाकों में मुश्किल बढ़ी, गोपालगंज के 25 विद्यालयों में घुसा गंडक का पानी
Bihar Flood News लगातार बारिश से बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उछाल जारी है। उत्तर बिहार कोसी और गोपालगंज सारण के कुछ इलाकों में बाढ़ वाले इलाके बढ़ते जा रहे हैं। कई इलाकों में हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं।
पटना, जागरण टीम। Bihar Flood News: लगातार बारिश से राज्य की प्रमुख नदियों के जलस्तर में उछाल से उत्तर बिहार, कोसी और गोपालगंज सारण के कुछ इलाकों में बाढ़ वाले इलाके बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को दिनभर रुक-रुक कर बारिश होने से राजधानी पटना समेत राज्य के प्रमुख शहरों से लेकर देहात तक जलजमाव से लोग परेशान रहे। उत्तर बिहार में गंडक, बागमती, झीम, लालबकेया के जलस्तर में वृद्ध दर्ज की गई। हालांकि ये खतरे के निशान से नीचे हैं। गंडक बराज से 1.19 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पूर्वी चंपारण के सुगौली में सिकरहना नदी की तेज धारा के चलते दक्षिणी छपरा बहास पंचायत के दर्जनों घर नदी में समा गए हैं। कटाव अभी भी जारी है। बेघर हुए लोग मचान बनाकर गुजर कर रहे हैं।
पश्चिम चंपारण के सिकटा के दक्षिणी इलाके के जगन्नाथपुर व महेशड़ा के बीच सिकरहना नदी की तेज धारा से करीब सौ मीटर सड़क ध्वस्त हो गई। आधा दर्जन पंचायतों के गांवों का प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है। गंडक नदी की बाढ़ से नौतन एवं बैरिया के दियारे में तबाही बरकरार है। 300 के आसपास परिवार अभी भी चंपारण तटबंध और नौतन-गोपालगंज मार्ग पर शरण लिए हैं। बगहा के पिपरासी में पीपी तटबंध के शून्य से 8.50 किलोमीटर के बीच जलस्तर में वृद्धि होने के फलस्वरूप कंट्री साइड में 100 से अधिक जगहों पर रेनकट होने से अधिकारी अलर्ट हैं।
गोपालगंज के छह प्रखंडों के निचले इलाके पानी बढ़ा
गोपालगंज जिले के छह प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का कहर जारी है। दियारा इलाके के चार दर्जन गांवों का सड़क संपर्क भंग हो गया है। छह प्रखंडों के 25 विद्यालयों में पानी भरा होने से ग्रामीणों के समक्ष तटबंध पर शरण लेने की मजबूरी है। बाढ़ से 26 हजार की आबादी प्रभावित है। कुचायकोट, मांझा, बरौली, सिधवलिया, बैकुंठपुर व गोपालगंज प्रखंड के दियारा इलाके के 60 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं। उचकागांव थाना क्षेत्र के सलेमपट्टी गांव में पानी भरे गड्ढे मछली मारने के दौरान दो बच्चे गिर गए।
सदर अस्पताल में इलाज के क्रम में दोनों बच्चों की मौत हो गई। छपरा के पानापुर, तरैया, अमनौर , मकेर प्रखंड के कई गांव अभी भी पानी से गिरे हुए हैं। लोगों की समस्या बारिश बनी हुई है। पटना जिले के पालीगंज में बारिश के कारण पटना अरवल जिले को जोडऩे वाली मुख्य सड़क पर टोला बिगड़ा गांव के समीप हो रहे पुल निर्माण के दौरान डायवर्सन टूट जाने से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं।
खगडिय़ा में बागमती खतरे के निशान से मात्र 71 सेमी नीचे
खगडिय़ा में तेज बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यहां की सभी नदियां उफान पर हैं। शनिवार सुबह 8:30 बजे से रविवार सुबह 8:30 बजे तक खगडिय़ा जिले में रिकॉर्ड 81 मिलीमीटर बारिश हुई है। उधर, सुपौल में भी लगातार बारिश से कोसी के जलस्तर में भी वृद्धि होने लगी है। रविवार को वहां कोसी बराज से एक लाख आठ हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। कोसी ने वहां के पूर्वी कोसी तटबंध के 16.98 किमी स्पर पर दबाव बढ़ा दिया है। जिलाधिकारी महेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को तटबंध के कई ङ्क्षबदुओं का निरीक्षण किया गया। आवश्यक बचाव कार्य किए जा रहे हैं।