अगली बार टीटीई टिकट मांगे तो एक बार ठीक से पहचान लें, पटना सीआइबी की टीम ने खोला बड़ा राज

सीआइबी दानापुर के निरीक्षक प्रभारी पीके बरनवाल ने बताया कि किउल स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों से फर्जी किराया टिकट रसीद प्राप्त हो रही थी। इसकी जानकारी के बाद सीआइबी दानापुर ने वहां निगरानी बढ़ा दी थी।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 07:58 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 07:58 AM (IST)
अगली बार टीटीई टिकट मांगे तो एक बार ठीक से पहचान लें, पटना सीआइबी की टीम ने खोला बड़ा राज
किउल जंक्‍शन से पकड़ा गया फर्जी टीटीई। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की सीआइबी टीम ने बेटिकट रेल यात्रियों से रुपये वसूलने वाले एक फर्जी टीटीइ को किउल जंक्शन से गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान बेगूसराय के रतनपुर वार्ड संख्या-20 निवासी साकेत सौरभ (27) के रूप में हुई है। उसके पास से रेलवे का फर्जी पहचान पत्र, वर्दी, टिकट का बंडल व नकदी इत्यादि बरामद किया गया है। आरोपित को भागलपुर रेलवे इंक्वायरी में तैनात एक कर्मी ने इएफटी रेलवे की रसीद दी थी। आरोपित से पूछताछ कर अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।

किउल से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों के पास मिल रही थी फर्जी रसीद

सीआइबी दानापुर के निरीक्षक प्रभारी पीके बरनवाल ने बताया कि किउल स्टेशन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों से फर्जी किराया टिकट रसीद प्राप्त हो रही थी। इसकी जानकारी के बाद सीआइबी दानापुर ने वहां निगरानी बढ़ा दी थी। इसी दौरान 24 नवंबर को दोपहर बाद आरपीएफ की टीम ने किउल यार्ड में अंग एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी संख्या-03 में एक संदिग्ध शख्स को टीटीइ की वेशभूषा में देखा। पूछताछ में उसने अपना नाम सौरभ सिंह बताया।

रेल यात्रियों से रुपये वसूलने वाला फर्जी टीटीइ गिरफ्तार आरपीएफ ने किउल स्टेशन से फर्जी टीटीइ को दबोचा फर्जी पहचान पत्र, किराया टिकट बंडल व नकदी बरामद

फर्जी टीटीई के पास दक्षिण मध्‍य रेलवे छपी रसीद का बंडल मिला

तलाशी में कोट की जेब से दक्षिण मध्य रेलवे अंकित अतिरिक्त किराया टिकट का फर्जी बंडल, रेल मंत्रालय, रेल बोर्ड उत्तर रेलवे मालदा मंडल का बना फर्जी पहचान पत्र, एक मोबाइल फोन और 440 रुपये मिले। छानबीन में पता चला कि उसका असली नाम साकेत सौरभ है। सौरभ ने पूछताछ में बताया कि वह काफी समय से बेटिकट यात्रियों से अवैध वसूली कर रहा था। उसे जीआरपी किउल को सौंप दिया गया है। मामले में शामिल रेल कर्मियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।

chat bot
आपका साथी