दिल्ली और झारखंड में रूपेश के हत्यारों को तलाशने पहुंची पटना पुलिस, पटना एयरपोर्ट पर भी दोबारा जांच
Rupesh Murder Case बाइकर्स गैंग के आधा दर्जन बदमाश हिरासत में बिल्डर व ठीकेदार से लगातार हो रही पूछताछ 12 दिनों बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची एसआइटी पूछताछ व जांच में भी उलझी मामला लंबा खींचने से पुलिस पर बढ़ रहा दबाव
पटना, जागरण संवाददाता। Bihar crime news: बिहार की राजधानी पटना के जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को 12 दिन गुजर चुके हैं। एसआइटी अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। रविवार को एसआइटी ने बाइकर्स गैंग के आधा दर्जन से अधिक बदमाशों को हिरासत में लिया है। वहीं बिल्डर व ठीकेदार से लगातार पूछताछ हो रही है, जबकि दो टीमें दिल्ली और झारखंड गई हैं। यह मामला काफी हाई प्रोफाइल है, इसलिए पुलिस को जांच में कई किस्म की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजियों का असर भी पुलिस पर पड़ रहा है।
टेंडर और पार्किंग मामले की जांच हुई तेज
एसआइटी पीएचईडी से जानकारी जुटाने के बाद छपरा, गोपालगंज से जुड़े सात टेंडरों की जांच कर रही है। मामले में कई ठीकेदार, विभागीय अधिकारी से लेकर रूपेश के रिश्तेदारों के करीबियों और उनके कर्मियों से भी पूछताछ कर चुकी है। एक टीम वापस पटना लौट आई और वह एयरपोर्ट पर दोबारा पार्किंग विवाद मामले की जांच करने पहुंची थी। सूत्रों की मानें तो पुलिस कुछ लोगों के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर ली है और चूक का इंतजार कर रही है।
चार बिंदुओं पर अटकी जांच
पार्किंग विवाद, टेंडर, वर्चस्व और रुपये के लेनदेन के बिन्दु पर पुलिस जांच कर रही है। इसमें वर्चस्व और रुपये के लेन-देन से जुड़ी जानकारी हासिल की जा रही है। एसआइटी से जुड़े एक पदाधिकारी की मानें तो हर दिन नई बातें सामने आ जा रही है। कई बार तो ऐसा लगा रहा कि जैसे ठोस साक्ष्य मिल चुके हैं, लेकिन जब कनेक्शन जोड़ा जा रहा तो कहानी कुछ और ही सामने आ जा रही है। ऐसे में एसआइटी भी जब तक लाइनर और शूटर को गिरफ्तार नहीं करती, हत्या की गुत्थी आसानी से सुलझने वाली नहीं है।