नालंदा मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्‍यता पर खतरा, संसाधनों की कमी आ रही है आड़े

एनएमसीएच के मेडिसिन विभाग में मरीज हुए आधे से भी कम मेडिसिन में पीजी सीट की मान्यता को खतरा राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग मई में कर सकता है औचक निरीक्षण विभाग में 120 सीट की अनिवार्यता खत्म होने से संकट गहराया है

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 06:40 AM (IST)
नालंदा मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्‍यता पर खतरा, संसाधनों की कमी आ रही है आड़े
नालंदा मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स की मान्‍यता पर संकट। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना सिटी, जागरण संवाददाता। PG admission in Nalanda Medical College: नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) के मेडिसिन विभाग (Medicine Department) में स्नातकोत्तर (Post Graduate Medical Course) के लिए स्वीकृत 12 सीटों की मान्यता पर खतरा मंडराने लगा है। मान्यता के लिए अनिवार्य 120 बेड विभाग में न होने, वार्ड छीन जाने तथा मरीजों की संख्या आधी से भी कम रह जाने के कारण सीटों की मान्यता को लेकर कॉलेज से लेकर अस्पताल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। मई में स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की प्रस्तावित परीक्षा के दौरान राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (National Medical Council) की टीम सीटों की अनुमति के लिए औचक निरीक्षण कर सकती है।

मार्च 2020 में कोरोना अस्‍पताल बनाए जाने के बाद पठन-पाठन प्रभावित

एनएमसीएच के मार्च 2020 में कोरोना अस्पताल बनने के बाद से ही मेडिसिन विभाग में पठन-पाठन तथा इलाज बुरी तरह प्रभावित है। विभाग में स्नातकोत्तर के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग द्वारा स्वीकृत 12 सीट पर पीजी के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में कुल 36 विद्यार्थी नामांकित है। विभाग के वार्ड में कोरोना के मरीज भर्ती किए जाने के कारण विभाग के मरीजों को सेंट्रल इमरजेंसी, नाक कान गला विभाग, चर्म रोग विभाग, नेत्र विभाग आदि में रखा जा रहा है।

500 बेड वाले भवन के निर्माण की जताई जा रही जरूरत

विभाग के अध्यक्ष डॉ उमाशंकर प्रसाद ने कहा कि मई में संभावित पीजी की परीक्षा के दौरान राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग की टीम औचक निरीक्षण कर सकती है। समय रहते व्यवस्था ठीक करनी होगी। उन्होंने कहा कि विभाग के लिए लगभग 500 बेड वाला भवन अलग से निर्माण किया जाना बेहद आवश्यक है।

बिहार का दूसरा सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज

एनएमसीएच बिहार में पीएमसीएच के बाद दूसरा सबसे प्रतिष्ठित और बड़ा मेडिकल कॉलेज है। यहां एडमिशन कराने के लिए मेडिकल छात्र काफी कोशिश करते हैं। यहां उपलब्‍ध सुविधाएं बाकी अस्‍पतालों से बेहतर हैं। अस्‍पताल के पटना में होने के कारण यहां सीखने के लिए भी काफी मौका मिलता है।

chat bot
आपका साथी