पटना का कचरा अब पार्कों में खपेगा, लेकिन कुछ इस तरह कि देखकर आपको भी सुकून मिलेगा
पुराने टायर से झूले बेकार ड्रम से बनेंगी पार्क की सीटें मौर्यालोक परिसर एवं कंकड़बाग में वेस्ट टू वंडर थीम पर बनेगा चिल्ड्रेन पार्क स्वच्छता रैकिंग 2021 में बेहतर अंक लाने की कवायद पटनावासियों को कई विशेष पार्क का तोहफा जल्द
पटना, जागरण संवाददाता। Swachh Sarvekshan 2021: स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में बेहतर रैंकिंग के लिए पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) ने कबाड़ से जुगाड़ कर शहर के विभिन्न स्थलों पर विशेष सेल्फी प्वॉइंट एवं 'वेस्ट टू वंडर' पार्क का निर्माण कार्य कराना शुरू कर दिया है।
गार्डेन लाइब्रेरी में चाय की चुस्कियों के बीच पढ़ें किताबें
निगम के मुख्यालय मौर्यालोक में वेस्ट टू वंडर थीम पर चिल्ड्रेन पार्क का निर्माण प्रारंभ हो गया है। पार्क में लगाए जा रहे सभी झूले पुराने टायर से बनाए जा रहे हैं। वहीं बैठने के लिए बेंच आदि का निर्माण बेकार ड्रम एवं लोहे से किया जा रहा है। कबाड़ की चीजों के रेनोवेशन एवं साजसज्जा के बाद शीघ्र पटनावासियों को विशेष पार्क का तोहफा जल्द मिलेगा। परिसर में एक गार्डेन लाइब्रेरी भी तैयार की जा रही है जहां लोग खुले एवं शांत माहौल में चाय की चुस्कियों के साथ किताबें पढ़ सकेंगे। इस गार्डेन लाइब्रेरी में भी अलमारी से लेकर कुर्सी-टेबल तक कबाड़ की चीजों से ही तैयार होंगे।
वेस्ट टू वंडर पार्क में तब्दील होगा पंच शिव मंदिर पार्क
कंकड़बाग अंचल के वार्ड संख्या 34 में पंच शिव मंदिर के पास स्थित पार्क को पटना नगर निगम वेस्ट टू वंडर पार्क में तब्दील कर रहा है। इस पार्क में कैफे सह लाइब्रेरी की भी व्यवस्था होगी। यहां झूले एवं फव्वारे भी रहेंगे। पार्क में शेड, बेंच, झूला, गमलों आदि को पुरानी, कबाड़ की चीजों से तैयार किया जाएगा। महीने भर के अंदर राजधानीवासियों को यह अनोखा पार्क उपलब्ध हो जाएगा।
पाटलिपुत्र अंचल में वेस्ट आइटम से सेल्फी प्वॉइंट
एसके पुरी स्थित पाटलिपुत्र अंचल कार्यालय परिसर में वेस्ट आइटम से सेल्फी प्वॉइंट बनाया जा रहा है। साथ ही चीना कोठी एवं छज्जूबाग बस्ती के सभी कूड़ा प्वाइंट पर बेकार टायर, ड्रम आदि से गमले तैयार कर पौधे लगाए जाएंगे।
पुरानी चीजों को रेनोवेट कर गमलों के रूप में इस्तेमाल
अजीमाबाद अंचल गायघाट रैन बसेरा में पुरानी चीजों को रेनोवेट कर गमलों के रूप में इस्तेमाल करने लगा है। विशेष रंग-बिरंगे गमलों में लगे पौधों से पूरे परिसर की खूबसूरती में चार चांद लग गए हैं। साथ ही बैठने के लिए टायर से आरामदायक एवं खूबसूरत सीटें तैयार की गई हैं।