पटना की मेयर सीता साहू की कुर्सी पर खतरा, विपक्ष की नई रणनीति; सात अगस्त को किस्मत का फैसला
पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू की कुर्सी पर एक बार फिर खतरा दिखने लगा है। इस बार उनके विरुद्ध 29 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अब तक चार साल के कार्यकाल में दो बार उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पहले भी लाया जा चुका है।
पटना, जागरण संवाददाता। पटना नगर निगम की महापौर सीता साहू की कुर्सी पर एक बार फिर खतरा दिखने लगा है। इस बार उनके विरुद्ध 29 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अब तक चार साल के कार्यकाल में दो बार उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पहले भी लाया जा चुका है। इससे पहले दोनों बार वे अपनी कुर्सी बचाने में सफल रही हैं। सीता साहू 19 जून 2017 को महापौर बनीं थीं। सात अगस्त को स्पष्ट होगा कि इस बार उनकी कुर्सी बचेगी या चली जाएगी। अब एक साल का कार्यकाल बचा हुआ है। नगर सचिव की तरफ से जारी पत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर सात अगस्त को विशेष बैठक बुलाई गयी है।
बांकीपुर अंचल सभागार में शाम 3.15 बजे से विशेष बैठक होगी। अविश्वास प्रस्ताव पर महापौर के घोर विरोधी पूर्व उप महापौर विनय कुमार पप्पू और मीरा देवी का हस्ताक्षर नहीं है। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। वार्ड 29 की पार्षद नीलम कुमार, वार्ड 71 की पार्षद रेणु देवी, वार्ड 63 के पार्षद आनंद मोहन कुमार, वार्ड 27 की रानी कुमारी, वार्ड सात के पार्षद जयप्रकाश सहनी सहित 29 पार्षदों के हस्ताक्षर से आया है। अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों ने महापौर पर आरोप लगाया है कि चार साल के कार्यकाल में विकास कार्य बाधित की हैं। विकास सिर्फ अपने वार्ड की हैं। अन्य वार्डों में विकास नहीं की हैं। महापौर पर आरोप लगा है कि अपने कार्यकाल में आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दी हैं। सफाई कार्य और राजस्व संग्रह का कार्य आउटसोर्सिंग कर दी है। निगम में भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा दी हैं।
दिगभ्रमित कर लाया गया है अविश्वास प्रस्ताव
महापौर सीता साहू ने बताया कि पार्षदों को दिगभ्रमित कर मेरे विरुद्ध में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। विकास कार्य करती रहूंगी। बिना भेदभाव के सभी 75 पार्षदों को एक-एक करोड़ की योजना देने जा रही हूं। पार्षदों को समझाऊंगी। अपील किया कि अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में पार्षद आएं।
इस बार भी अविश्वास प्रस्ताव गिरेगा
पटना नगर निगम के सशक्त स्थायी समिति के सदस्य डा. आशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद भी महापौर सीता साहु कुर्सी बचा चुकी हैं। तीसरी बार भी कुर्सी बचेगी। दावा किया सीता साहू ने पटना नगर निगम क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बदलाव आया है। पार्षदों को भ्रमित होने से बचाव किया जाएगा।