पटना हाई कोर्ट को मिले आठ नए न्यायाधीश, कुल जजों की संख्या हुई 28; अभी भी 25 की है जरूरत

पटना हाईकोर्ट को आठ नए न्यायाधीश मिले हैं। जजों की नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने आठ नामों की अनुशंसा की है। इनमें वकील कोटे से छह और न्यायिक सेवा से दो व्यक्तियों का चयन हुआ है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:09 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:09 PM (IST)
पटना हाई कोर्ट को मिले आठ नए न्यायाधीश, कुल जजों की संख्या हुई 28; अभी भी 25 की है जरूरत
पटना हाईकोर्ट के आठ नए जज मिल गए हैं। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना: पटना हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने आठ नामों की अनुशंसा की है। इनमें वकील कोटे से छह और न्यायिक सेवा से दो व्यक्तियों का चयन हुआ है। अधिवक्ता कोटे से खातिम रजा, संदीप कुमार, अंशुमन पांडेय, पूर्णेंदु सिंह, सत्यव्रत वर्मा, राजेश कुमार वर्मा तथा न्यायिक सेवा से नवनीत कुमार पांडेय एवं सुनील कुमार पंवार चुने गए हैं।

पटना हाई कोर्ट में अभी कुल 18 जज कार्यरत हैं। जजों की कमी को देखते हुए 17 सितंबर को ही सुप्रीम कोर्ट ने चार जजों को विभिन्न राज्यों के उच्च न्यायालयों से पटना हाई कोर्ट में स्थानांतरित किया है। इनमें कर्नाटक हाई कोर्ट के न्यायाधीश पीबी बजन्थरी, राजस्थान हाई कोर्ट के न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा, केरल हाई कोर्ट के न्यायाधीश एएम बदर, पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट के न्यायाधीश राजन गुप्ता का स्थानांतरण पटना हाई कोर्ट में करने की अनुशंसा सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा की गई है।

अभी भी जजों की है कमी

मालूम हो कि इसी माह 30 सितंबर को न्यायाधीश आरके मिश्रा भी सेवानिवृत्त हो जाएंगे। अभी हाल में पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश ए अमानुल्लाह का स्थानांतरण आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में कर दिया गया है। इस तरह नए जजों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति से पटना हाई कोर्ट में अब जजों की संख्या 28 हो जाएगी, जबकि यहां कुल जजों की संख्या 53 होनी चाहिए। 

हाईकोर्ट में 27 से फिजिकल सुनवाई

बता दें कि लंबे समय के बाद फिर से पटना हाई कोर्ट में फिजिकल माध्यम से सुनवाई शुरू होने जा रही है। 27 सितंबर से कोर्ट में फिर जज और वकील मौजूद रहेंगे। अब दोबारा फिजिकल माध्यम से सुनवाई होगी। विदित हो कि वकील बड़ी संख्या में मामलों के बैकलॉग होने की वजह से लंबे समय से पटना कोर्ट को फिजिकल माध्यम से खोले जाने की मांग कर रहे थे। हाईकोर्ट में सप्ताह में चार दिन फिजिकल माध्यम से और एक दिन वर्चुअल सुनवाई होगी।

chat bot
आपका साथी