नरेन्द्र मोदी की रैली में सीरियल ब्लास्ट करने वाले नौ आतंकियों को कोर्ट ने दी सजा, छह गई थी जान
Patna Gandhi Maidan Serial Blast आठ साल पहले नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली में धमाका करने वाले आतंकियों को पटना की एनआइए कोर्ट ने सजा सुना दी है। चार आतंकियों को फांसी दो आतंकियों को उम्रकैद दो को 10 और एक आतंकी को 7 साल की सजा दी गई है।
पटना, जागरण संवाददाता। भाजपा की ओर से से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की हुंकार रैली (Hunakar Rally) के दौरान पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके के मामले में नौ दोषियों को सजा का एलान कर दिया गया है। कोर्ट ने चार दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जबकि दो को उम्रकैद की सजा दी गई है। वहीं कोर्ट ने दो आतंकियों को 10 साल की सजा सुनाई जबकि एक आतंकि 7 साल की सजा सुनाई गई। इस मामले में आठ साल तक जेल में रहे यूपी के एक शख्स फकरुद्दीन को निर्दोष पाते हुए कोर्ट ने रिहा कर दिया था। इस केस में कई ऐसे आरोपित हैं, जिनपर बोधगया के महाबोधि मंदिर में धमाके में भी शामिल होने का आरोप है। वर्ष 2013 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में चुनावी सभा करने आए थे। इस दौरान गांधी मैदान (Gandhi Maidan Blast Case) और पटना जंक्शन पर सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे, जिनमें कम से कम छह लोगों की जान गई थी और कई घायल भी हुए थे।
नरेंद्र मोदी की रैली थी आतंकियों का निशाना, पटना के सीरियल बम धमाकों में गई थी छह लोगों की जान
कई स्तर की सुरक्षा के बीच आतंकियों की कोर्ट में पेशी
दोषी करार दिए गए आतंकियों को बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक भारी सुरक्षा के बीच लाया गया। सुरक्षा के लिए एसपी सिटी के साथ ही डीएसपी स्तर के तीन अधिकारियों एवं आधा दर्जन थानों की पुलिस को लगाया गया। खुफिया विभाग की टीम के साथ ही एटीएस एवं एसटीएफ को भी अलग से लगाया गया।
बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम
सभी दोषियों को एक बस में जेल से कोर्ट तक ले जाया गया। एनआइए के अनुरोध पर पटना पुलिस की ओर से सुरक्षा-व्यवस्था काफी सख्त रही। बेउर जेल से एनआइए कोर्ट तक चप्पे-चप्पे पर पटना पुलिस के जवानों को तैनात किया गया। बेउर जेल के बाहर बीएमपी के जवानों को लगाया गया। सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो, इसके लिए सादी वर्दी में भी जगह-जगह पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। न्यायालय एवं बेउर जेल की सुरक्षा को भी चाक-चौबंद किया गया।