पंडाल के बगैर होगी दुर्गा पूजा, नहीं लगेगा मेला

दुर्गापूजा में बड़े पंडाल और मूर्तियां स्थापित करने को लेकर चल रहा संशय अब खत्म हो गया है। जिला प्रशासन ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी है। जिला जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप फैसला लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 06:53 AM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 06:53 AM (IST)
पंडाल के बगैर होगी दुर्गा पूजा, नहीं लगेगा मेला
पंडाल के बगैर होगी दुर्गा पूजा, नहीं लगेगा मेला

पटना। कोरोना वायरस का ग्रहण हमारी सांस्कृतिक उत्सवधर्मिता पर लग गया है। एक के बाद एक कई पर्व-त्योहार कोरोना के कारण फीके रहे। अब दुर्गापूजा का मेला भी संक्रमण के खौफ का शिकार होने जा रहा है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने दुर्गापूजा में पंडाल बनाने, प्रतिमा स्थापित करने और मेला लगाने से मना कर दिया है।

जिला जनसंपर्क पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक किसी आयोजन में 100 से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते। मेला लगा और पंडाल बनाए गए तो इसका पालन कराना मुश्किल हो जाएगा। इसे देखते हुए जिलाधिकारी कुमार रवि ने मेला और पंडाल बनाने के लिए इजाजत नहीं दी है।

चुनाव कराने में प्रशासन को होगी सुविधा

दुर्गापूजा के आसपास ही जिले में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया होनी है। प्रथम चरण के मतदान की तिथि विजयादशमी के बाद है, लेकिन इससे पहले प्रशासन के पास तमाम प्रक्रियाओं को पूरा करना होगा। दशहरा मेला में विधि-व्यवस्था प्रशासन के लिए बड़ी जिम्मेदारी रहती है। इस बार मेला नहीं लगने से प्रशासन अपना पूरा ध्यान चुनाव पर लगा सकेगा। पटना जिले के पांच विधानसभा क्षेत्रों में प्रथम चरण में चुनाव होना है। मोकामा, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज और बिक्रम विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण में मतदान होगा। पटना शहरी क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों में द्वितीय चरण में मतदान होना है।

शहर में धूमधाम से होती रही है पूजा : पटना में दुर्गापूजा काफी धूमधाम से होती रही है। शहर में बनने वाले भव्य पूजा पंडाल और आकर्षक देवी प्रतिमाएं पूरे देश में चर्चा का विषय बनती रही हैं। यहां कई पूजा समितियां 50 साल से अधिक पुरानी हैं। एक-एक समिति पूजा में 10 से 15 लाख रुपये तक खर्च कर देती है।

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