पटना एयरपोर्ट को चाहिए जू की जमीन, दरभंगा, बिहटा और रक्‍सौल के लिए सरकार की ये है योजना

Airports in Bihar जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की कवायद एक बार फिर तेज कर दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के अनुरूप विकसित करने के लिए 49.5 एकड़ जमीन की मांग राज्य सरकार से की है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 10:38 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 10:38 AM (IST)
पटना एयरपोर्ट को चाहिए जू की जमीन, दरभंगा, बिहटा और रक्‍सौल के लिए सरकार की ये है योजना
पटना एयरपोर्ट के विस्‍तार के लिए कोशिशें तेज। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Airports in Bihar: जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की कवायद एक बार फिर तेज कर दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के अनुरूप विकसित करने के लिए 49.5 एकड़ जमीन की मांग राज्य सरकार से की है। दरभंगा एयरपोर्ट से भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने के लिए 75 एकड़ अतिरिक्त जमीन मांगी गई है। पूर्णिया एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए 49 एकड़ तथा नेपाल से सटे रक्सौल में नया एयरपोर्ट बनाने के लिए 123 एकड़ जमीन की व्यवस्था करने के लिए मंत्रालय ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है। बिहटा से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू करने के लिए राज्य सरकार से 176 एकड़ और जमीन की मांग की जा चुकी है। जिसमें 119 एकड़ उपलब्ध करा दी गई है।

अरब देशों से सीधा संपर्क

रनवे के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध होने के बाद पटना से दुबई, सिंगापुर सहित अरब देशों के लिए सीधी उड़ान सेवा शुरू होगी। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पटना एयरपोर्ट के लिए अतिरिक्त जमीन उपलब्ध कराने के एक-दो साल के अंदर ही सुविधाएं बहाल कर दी जाएंगी। पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का क्षेत्र 7200 वर्ग मीटर था। यहां सालाना पांच लाख यात्रियों के लिए ही व्यवस्था है। इस टर्मिनल भवन को तोड़कर राज्य सरकार से मिली 13 एकड़ जमीन की मदद से इसका विस्तार कर 57000 वर्गमीटर किया जा रहा है। इस पर 1216 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। अब यहां से सालाना 50 लाख यात्रियों के आने-जाने की व्यवस्था होगी।

पटना जू की जमीन मिले तो बनेगा काम

एयरपोर्ट आथरिटी ने एयरपोर्ट के उत्तर चिड़‍ियाखाना की साढ़े सात एकड़ जमीन की मांग की थी। 13 एकड़ मिले अतिरिक्त जमीन में एटीसी कंट्रोल टावर तथा कारगो स्थल का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ ही रनवे को 6900 मीटर से बढ़ाकर 7000 मीटर किया गया है। रनवे की लंबाई 135 मीटर अतिरिक्त बढ़ाने की कवायद की जा रही है। इसके बाद मंझोले आकार के अंतरराष्ट्रीय विमानों का परिचालन शुरू किया जा सकेगा। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए रनवे की लंबाई लगभग 8400 मीटर होनी चाहिए।

एयरफोर्स के रनवे को होगा इस्तेमाल

बिहटा एयरपोर्ट से भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने की तैयारी तेज कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए आथरिटी ने राज्य सरकार से 176 एकड़ अतिरिक्त जमीन अधिग्रहित करने की मांग की थी। राज्य सरकार ने 119 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी है। यहां विमानों की लैंडिंग एयरफोर्स के रनवे पर होनी है। अधिग्रहण की गई जमीन से रनवे की लंबाई बढ़ाई जाएगी। वहीं, अतिरिक्त जमीन पर एयरपोर्ट परिसर में ही कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए कालोनी का भी निर्माण कराया जाना है। दरभंगा एयरपोर्ट पर भी एयरफोर्स के रनवे का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां के रनवे को भी अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार विकसित करने के लिए अतिरिक्त जमीन की दरकार है।

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