वक्त के साथ बच्चों को अपडेट रखना जरूरी
वक्त के साथ चीजें तेजी से बदल रही हैं। अगर हम अपने बच्चों को समय के साथ नहीं बदल सके तो उनके लिए आने वाला समय मुश्किल भरा हो सकता है
पटना। वक्त के साथ चीजें तेजी से बदल रही हैं। अगर हम अपने बच्चों को समय के साथ नहीं बदल सके तो उनके लिए आने वाला समय मुश्किल भरा हो सकता है। ये बातें प्रारंभिका प्लस टू स्कूल के डायरेक्टर सुमित प्रकाश ने कहीं। मौका था दैनिक जागरण की ओर से शुक्रवार को जागरण के फेसबुक पेज पर संस्कारशाला कार्यक्रम के लाइव आयोजन का।
सुमित ने कहा कि कहानियां जो हमें अच्छी-अच्छी चीजें सीखाती हैं क्या वो सिर्फ कहानियां ही बनकर रह जाती हैं या फिर वो हमारी जिंदगी का एक हिस्सा भी हैं। उन्होंने 'मित्रता का अनुशासन' कहानी के जरिये जीवन में नैतिक मूल्यों के महत्व को बताया। कहानी में बताया गया कि दो दोस्त पवन और आकाश एक स्कूल में साथ में पढ़ाई करते थे। दोनों अच्छे मित्र थे। बाद में स्कूल में उनके बीच चंचल नाम का लड़का आता है। चंचल और पवन की मित्रता बढ़ जाती है और आकाश थोड़ा अलग होता चला जाता है। इस बीच एक दिन आकाश की तबियत खराब हो जाती है तो चंचल, पवन से कहता है कि अब तुम स्कूल में प्रथम स्थान पर आ जाओगे, क्योंकि आकाश की तबियत तो खराब हो गई है। लेकिन पवन की सोच ऐसी नहीं है। वह अपने दोस्त आकाश की मदद करता है और आकाश स्कूल में प्रथम आता है। पुरस्कार लेते वक्त आकाश इसका श्रेय अपने दोस्त पवन को देता है। सुमित प्रकाश ने कहा कि हमें हमेशा अपने नैतिक मूल्यों को याद रखना चाहिए। एक शिक्षक और एक अभिभावक होने के नाते हम जो बच्चों को सीखाते हैं उसे हम अपने जीवन में कितना लागू कर रहे हैं, इस पर भी ध्यान देना जरूरी है। स्कूल प्रबंधन को चाहिए कि हर बच्चा हर तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेता रहे।