बिहार में कोरोना के कारण अंगदान का संकट, कई लोगों की शपथ रह गई अधूरी; दूसरों को नहीं दे सके जीवन

Organ Transplant in Bihar कोरोना संक्रमण के कारण केवल पटना जिले में लगभग दो हजार से अधिक मौत हुई जबकि राज्य में लगभग 10 हजार लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना संकट के कारण अंगदान नहीं हो सका।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sun, 11 Jul 2021 11:23 AM (IST) Updated:Sun, 11 Jul 2021 11:23 AM (IST)
बिहार में कोरोना के कारण अंगदान का संकट, कई लोगों की शपथ रह गई अधूरी; दूसरों को नहीं दे सके जीवन
बिहार में सुस्‍त पड़ी अंगदान की रफ्तार। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के कारण केवल पटना जिले में लगभग दो हजार से अधिक मौत हुई, जबकि राज्य में लगभग 10 हजार लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना संकट के कारण अंगदान नहीं हो सका। इसमें कई ऐसे लोगों की भी कोरोना से मौत हुई, जो पूर्व से अंगदान की शपथ लिए थे। लेकिन, नियमानुसार कोविड संक्रमित मरीजों की कोई अंगदान नहीं लिया जा सकता है।

इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) के चिकित्सा अधीक्षक सह स्टेट आर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (सोटो) के प्रभारी डा. मनीष मंडल ने बताया कि कोविड संक्रमण के कारण काफी लोगों का अंग नहीं लिया जा सका। संक्रमित अंग लेने से लगने वाले व्यक्ति को भी संक्रमित होने का खतरा होने से परेशानी बढ़ सकती है। इसको देखते हुए कोई अंगदान का अनुमति नहीं दी गई।

राजधानी के कंकड़बाग निवासी संजय कुमार ने बताया कि उनके पिता अंगदान के लिए शपथ पत्र भरे हुए थे। लेकिन, कोरोना के कारण उनकी आइजीआइएमएस में मौत हो गई। उस समय डाक्टर से अंगदान के लिए आग्रह किया गया, लेकिन कोविड के कारण अंगदान लेने में असमर्थता जताई गई।

ब्लैक फंगस ले चुकी है डेढ़ दर्जन आंखें

कोरोना संक्रमण के बाद काफी संख्या में लोगों को म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) ने अपना शिकार बनाया। इसके कारण राजधानी के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एवं इंदिरा गांधी इंस्टीट््यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में काफी संख्या में मरीज अप्रैल से लेकर मई-जून तक भर्ती होकर आपरेशन कराएं। अब भी दोनों अस्पतालों में काफी संख्या में मरीज भर्ती ही है। आइजीआइएमएस, एम्स व निजी अस्पतालों में लगभग डेढ़ दर्जन म्यूकर माइकोसिस के मरीज की एक आंख गंवानी पड़ी। डाक्टरों के अनुसार म्यूकर माइकोसिस के पूरे आंखों में फैलने के साथ ब्रेन में पहुंचने के कारण आंख को ही हटानी पड़ी।

अक्टूबर तक 10 हजार अंगदान की शपथ का लक्ष्य

स्टेट आर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (सोटो) की ओर से अक्टूबर तक 10 हजार अंगदान के लिए शपथ पत्र भरवाने का लक्ष्य रखा गया है। सोटो के प्रभारी डा. मनीष मंडल ने बताया कि देश भर में 10 लाख अंगदान शपथ पत्र भराने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें बिहार को 10 हजार का लक्ष्य दिया गया है। लोगों में अंगदान के प्रति जागरूकता के साथ अंगदान को लेकर प्रेरित भी किया जाएगा।

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