आइजीआइएमएस में कल से शुरू हो जाएगी ओपीडी, डॉक्‍टर से दिखवाने के लिए ये करना होगा आपको

आइजीआइएमएस में कल से शुरू होगी सीमित ओपीडी ओपीडी सेवा लेने के लिए रोगियों को कराना होगा आनलाइन पंजीयन आफलाइन के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग पर डाक्टर से परामर्श ले सकेंगे मरीज 30 मरीज सर्जिकल विभाग और 50 मरीज प्रति मेडिसिन विभाग में देखे जाएंगे हर दिन।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:05 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:05 AM (IST)
आइजीआइएमएस में कल से शुरू हो जाएगी ओपीडी, डॉक्‍टर से दिखवाने के लिए ये करना होगा आपको
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्‍थान का प्रवेश द्वार। फाइल फोटो

पटना, जागरण संवाददाता। मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल आइजीआइएमएस (IGIMS) में शनिवार (19 June) से ओपीडी सेवा शुरू हो जाएगी। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए काउंटर से पंजीयन बंद रहेगा। ओपीडी सेवा के लिए आनलाइन पंजीयन (Online Registration) को अनिवार्य किया गया है। वहीं अधिक भीड़ नहीं हो इसलिए हर दिन सर्जिकल और मेडिसन ओपीडी में रोगियों की अधिकतम संख्या निश्चित की गई है। हर सर्जिकल ओपीडी में प्रति दिन 30 और प्रत्येक मेडिसिन ओपीडी में 50 मरीज देखे जाएंगे। इसके अलावा टेली मेडिसिन में पंजीयन करा मरीज वीडियो काल पर घर बैठे डाक्टर से परामर्श ले सकेंगे। यह जानकारी चिकित्साधीक्षक डा. मनीष मंडल ने गुरुवार को दी।

एक दिन पहले कराना होगा ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन 

डा. मनीष मंडल ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए सीमित ओपीडी और आनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की गई है। रोगी एक दिन पहले संबंधित विभाग में पंजीयन कराकर ओपीडी मे आकर या वीडियो काल पर परामर्श प्राप्त कर सकते हैं। भीड़ एकत्र होने से रोकने के लिए काउंटर से ओपीडी पंजीयन की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है।

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कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होना जरूरी 

ओपीडी में आने वाले सभी रोगियों व उनके एक स्वजन की एंटीजन रैपिड किट से जांच की जाएगी। कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उन्हें ओपीडी में प्रवेश मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल एप से आनलाइन पंजीयन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि मरीज अपनी मर्जी से डाक्टर, तिथि, समय चुन सकेंगे। एप से सभी भुगतान करने के साथ वे अपनी जांच रिपोर्ट भी अपलोड कर सकेंगे। डाक्टर भी इन रिपोर्ट को देख सकते हैं और रोगी को परामर्श दे सकते हैं। इसी एप से टेली मेडिसिन सेवा से जुड़ कर घर बैठे रिपोर्ट दिखाकर फालोअप इलाज प्राप्त कर सकते हैं।

ऐसे कराएं मोबाइल से ओपीडी के लिए आनलाइन पंजीयन

गूगल प्ले स्टोर से अपने एंड्रायल मोबाइल फोन पर आइजीआइएमएस एप डाउनलोड करें। इसके बाद अपने मोबाइल नंबर व ई-मेल को एप में पंजीकृत करें। रजिस्टर्ड ई-मेल पर एक वेरीफिकेशन लिंक जाएगा, उस पर क्लिक कर ई-मेल की पुष्टि करें। इसके बाद आइजीआइएमएस एप पर लागिन पेज आएगा, उसे खोलने पर चार विकल्प लैब रिपोर्ट, ओपीडी शिड्यूल, पाथ फाइंडर और आनलाइन कंसलटेशन मिलेंगे। आनलाइन कंसलटेशन पर क्लिक करने पर उसमें मरीज की जानकारी मांगी जाएगी। जिस दिन डाक्टर से दिखाना है, उसकी तिथि भरने के बाद कैप्चा वेरीफाई कर सब्मिट बटन पर क्लिक करें। इसके बाद अगला पेज पेमेंट का खुलेगा, इसमें पंजीकरण शुल्क 50 रुपये जमा करें। यदि आप टेली मेडिसिन से घर बैठे वीडियो काल पर डाक्टर से परामर्श लेना चाहते हैं तो छह रुपये प्रति मिनट की दर से दस मिनट के 60 रुपये का भुगतान करना होगा। पेमेंट होते ही आपका पंजीयन हो जाएगा और उसकी स्लिप बन जाएगी। आप इस स्लिप का प्रिंट निकाल सकते हैं। मरीज अपनी सुविधानुसार टेली मेडिसिन यानी वीडियो काल या आफलाइन में आइजीआइएमएस की ओपीडी आकर परामर्श प्राप्त कर सकते हैं।

एप शुरू करने में परेशानी हो तो यहां करें संपर्क :अगर किसी मरीज को एप शुरू करने में परेशानी होती है तो वे अपने मोबाइल नंबर व ई - मेल के साथ आयुष्मान काउंटर संख्या 17 पर जाकर या support@mehtadatamatics.com पर मेल कर पंजीकरण सुनिश्चित करा सकते हैं।

सदर अस्‍पताल में शुरू हुआ सभी विभागों का ओपीडी

श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में सामान्य मरीजों के लिए सभी विभाग का ओपीडी शुरू हो गया है। यहां इमरजेंसी के साथ भर्ती मरीजों का ऑपरेशन भी होने लगा है। इससे गरीब मरीजों को बड़ी राहत मिली है। वहीं, स्त्री एवं प्रसूति विभाग में केवल दो महिला डॉक्टर होने के कारण रात्रि आठ बजे से लेकर सुबह आठ बजे तक ऑपरेशन से प्रसव की सुविधा शुरू नहीं हो सकी है। रात में गर्भवती को रेफर किया जा रहा है। गुरुवार को अधीक्षक डॉ. पशुपति प्रसाद सिंह ने बताया कि अस्पताल के लिए महिला डॉक्टर की मांग स्वास्थ्य विभाग से की गयी है। बेहोशी के एक डॉक्टर प्रतिनियुक्ति पर यहां कार्यरत होने के कारण ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने में समस्या आ रही है। अधीक्षक ने बताया कि सर्जरी, हड्डी रोग विभाग, डेंटल, मेडिसिन, स्त्री एवं प्रसूति विभाग का ओपीडी शुरू हो गया है। इन विभागों में हर दिन डेढ़ सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। कंगन घाट एवं मीतन घाट के क्वारंटाइन केंद्र को समाप्त कर वहां के कर्मियों को अस्पताल में लगाया गया है। अधीक्षक ने बताया कि मंगल तालाब स्थित रामदेव महतो सामुदायिक भवन एवं गायघाट स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय स्थित टीकाकरण केंद्र में अस्पताल के एक-एक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

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