कोरोना का टीका लगाए बिना ही आ गया मैसेज, टीकाकरण का प्रमाणपत्र भी मिला; सिवान जिले का मामला

Bihar CoronaVirus Vaccination News मोबाइल पर शाम में मैसेज पहुंचा कि उन्हें वैक्सीन लग चुकी है और उनके लिए दूसरी डोज की तारीख 6 जून के बाद तय की गई है। और तो और उन्होंने वेबसाइट से अपने नाम-पते का टीकाकरण का प्रमाणपत्र डाउनलोड कर लिया।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 02:44 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 02:44 PM (IST)
कोरोना का टीका लगाए बिना ही आ गया मैसेज, टीकाकरण का प्रमाणपत्र भी मिला; सिवान जिले का मामला
पटना में कोरोना का टीका लगवाता एक युवक। जागरण

लहलादपुर (सिवान), संवाद सूत्र। Bihar CoronaVirus News: बिहार में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू होने के बाद इस अभियान में गड़बड़ी की शिकायतें भी मिलने लगी हैं। ऐसी शिकायतें कई जिलों से आने लगी हैं कि लोगों को बगैर टीकाकरण कराए ही उनके मोबाइल पर टीकाकरण सफल होने का संदेश मिलने लगा है। इस बार सिवान जिले के पीएचसी हसनपुरा से जुड़ा एक ऐसा ही मामला सामने आया है।

लहलादपुर के आशीष के साथ हुई गड़बड़ी

यह वाकया हुआ है सारण जिले के लहलादपुर ब्लॉक के कटेंया ग्राम निवासी चौबीस वर्षीय आशीष कुमार तिवारी के साथ। ध्रुवदेव तिवारी के पुत्र आशीष कुमार तिवारी का कहना है कि उन्होंने सरकारी वेबसाइट को-विन पर रजिस्ट्रेशन किया। उन्हें अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्र के लिए स्लॉट खाली नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने हसनपुरा अस्पताल, जिला सिवान के टीकाकरण केंद्र पर पांच मई को टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करा लिया।

प्रमाणपत्र भी हो गया डाउनलोड

हालांकि किसी कारण से वे निर्धारित समय पर वैक्सीन लेने नहीं पहुंचे। उन्हें ताज्जुब तब हुआ जब उनके मोबाइल पर शाम में मैसेज पहुंचा कि उन्हें वैक्सीन लग चुकी है और उनके लिए दूसरी डोज की तारीख 6 जून के बाद तय की गई है। और तो और जब उन्होंने वेबसाइट से टीकाकरण का प्रमाणपत्र डाउनलोड किया तो उनका नाम, वैक्सीन लगाने वाली नर्स मानकी कुमारी का नाम, आधार कार्ड का नंबर, वैक्सीन का बैच नंबर प्रमाणपत्र में सब दर्ज था।

हेल्‍थ मैनेजर ने फिर से रजिस्‍ट्रेशन की दी सलाह

अब उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर जब वे पहुंचे ही नहीं तो भला उनके हिस्सा की वैक्सीन किसे लग गई और आगे उन्हें क्या करना होगा। इस संबंध में पूछे जाने पर पीएचसी लहलादपुर के हेल्थ मैनेजर वाहिद अख्तर ने बताया कि ऐसा कैसे हुआ, यह जांच में ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि आशीष फिर से अपना रजिस्ट्रेशन करके अपने नजदीकी अस्पताल से वैक्सीन ले सकते हैं।

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