मसौढ़ी में दहेज की खातिर विवाहिता की गला घोंटकर हत्या
मसौढ़ी। थाना क्षेत्र के कैलूचक गांव में शुक्रवार की दोपहर एक लाख रुपये व बाइक की खातिर ससुरालवालों ने गला दबाकर हत्या कर दी।
मसौढ़ी। थाना क्षेत्र के कैलूचक गांव में शुक्रवार की दोपहर एक लाख रुपये व बाइक की खातिर ससुरालवालों ने एक विवाहिता की गला घोंट हत्या कर दी और शव को छोड़ फरार हो गए। सूचना मिलने पर मृतका के मायकेवाले पहुंचे। इस संबंध में मृतका की विधवा मां अकिला बानो ने उसके पति रेहान आलम उर्फ सोनू, ससुर गुलाम रसूल, सास शहनाज खातून, देवर सन्नी, लालू व ननद सोनी परवीन व गुलअफसा परवीन के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। इधर, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा।
जानकारी के मुताबिक दानापुर थाना क्षेत्र के नासरीगंज मोहल्ला निवासी दिवंगत असलम की पुत्री नरगिस परवीन की शादी दो वर्ष पूर्व थाना क्षेत्र के कैलूचक मोहल्ला निवासी रेहान आलम के साथ हुई थी। शादी के वक्त मायके वालों ने उसकी ससुरालवालों को उपहार स्वरूप चार लाख रुपये, पांच भर का सोना व दस भर की चांदी दी थी। आरोप है कि शादी के एक साल तक सबकुछ ठीक चला। एक साल बाद विवाहिता ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसके बाद उसे एक लाख रुपये और एक बाइक मायके से लाने को कहा गया। उसके असमर्थता जताने पर प्रताड़ित किया जाने लगा। शुक्रवार को सभी आरोपितों ने मिलकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया और रस्सी से गला घोंट हत्या कर दी। नरगिस के पति ने मायके वालों को फोनकर बताया कि नरगिस ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली है। इधर, जानकारी मिलते ही मायकेवाले जब पहुंचे तो नरगिस का शव देखा और ससुरालवाले फरार थे। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एक दिन पहले बहन नगमा से हुई थी आखिरी बार बात :
विवाहिता नरगिस की आखिरी बार मोबाइल से गुरुवार को बहन नगमा से बात हुई थी। बातचीत में उसने उसकी सात माह की बच्ची व खुद के लिए ईद का कपड़ा खरीदकर पहुंचा जाने को बोला था। उस वक्त उसे इसका बिल्कुल एहसास नहीं था कि यह बातचीत उसकी जिदगी की आखिरी बातचीत होगी। मां के गले से लिपट उठाने का प्रयास करती रही मासूम
विवाहिता की हत्या के बाद उसका शव कार से थाने लाया गया था। उक्त कार में विवाहिता की सात माह की मासूम बच्ची भी थी। इस दौरान बच्ची बार-बार मां के गले से लिपट उसे उठाने का प्रयास करती रही। जब बच्ची को कोई गोद लेकर वहां से हटाता तो वह कार में पड़े अपनी मां के शव की ओर इशारा करती। यह नजारा देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।